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Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र की सीट शेयरिंग में रोड़ा बनी हैं ये सीटें, जानें क्यों नहीं बन पा रही MVA में बात

Loksabha Elections 2024: पूरे देश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज है. महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर महाविकास अघाड़ी में अभी तक पेंच फंसा हुआ है. कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है. राज्य में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से अधिकतर पर सहमित बन गई है, लेकिन करीब 8 सीटें ऐसी हैं, जहां अभी भी पेंच फंसा हुआ है.

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Edited By: India Daily Live
MVA Seat sharing

Loksabha Elections 2024: महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर सत्ताधारी महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) दोनों गठबंधनों में पिछले दो-तीन महीनों से बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से कई सीटों पर प्रत्याशियों के चयन का भी ऐलान नहीं हो पाया है. इसकी वजह दोनों गठबंधनों के अंदर ही चल रही खींचतान है.

पक्ष-विपक्ष दोनों में चल रही है खींचतान

सत्ताधारी महायुति में फूट पड़ गई है. कम से कम आठ सीटों पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी नेताओं के बीच मतभेद हैं. बारामती इसका एक उदाहरण है. उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा यहां से चुनाव लड़ सकती हैं. उधर, शिंदे गुट की शिवसेना के विजय शिवतारे ने अजित पवार को उनकी मजबूत सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है.

करीब 8 सीटों पर फंसा है पेंच

एमवीए भी पिछले दो महीनों से सीटों के बंटवारे पर चर्चा कर रहा है, लेकिन करीब आठ सीटों पर अभी भी सहमति नहीं बन पाई है. कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच पश्चिमी महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट को लेकर विवाद चल रहा है. दोनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते विशाल पाटिल को मैदान में उतारना चाहती है, जबकि उद्धव सेना ने पहलवान चंद्रहार पाटिल को उम्मीदवार बनाया है.

इसी तरह, विदर्भ क्षेत्र की रामटेक (अनुसूचित जाति सीट), भिवंडी, बुलढाना, मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई दक्षिण मध्य सीटों पर भी ये दोनों दल फैसला नहीं कर पाए हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में इन पांच में से चार सीटें अविभाजित शिवसेना ने जीती थीं. केवल भिवंडी सीट बीजेपी के खाते में गई थी. लेकिन बदले हुए राजनीतिक समीकरण में कांग्रेस रामटेक, भिवंडी और मुंबई की दो में से एक सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन उद्धव ठाकरे अभी तक सहमत नहीं हुए हैं. स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने सीटों पर बातचीत में आक्रामक रुख न अपनाने के लिए पार्टी नेतृत्व की आलोचना की है.

दूसरी पार्टी में जा सकते हैं संजय निरुपम

मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने उद्धव ठाकरे द्वारा मुंबई उत्तर मध्य से आमोल किर्तिकर को प्रत्याशी बनाने की सार्वजनिक रूप से आलोचना की है. अटकलें हैं कि निरुपम दूसरी पार्टी में जा सकते हैं, हालांकि उन्होंने इन खबरों का खंडन किया है.

इस वजह से नहीं बन पा रही बात

वर्धा और चंद्रपुर-गोंदिया के मामले में खबर है कि कांग्रेस और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के बीच अभी भी बातचीत चल रही है. कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि विदर्भ क्षेत्र की सीट पार्टी के लिए तय हो गई है, लेकिन अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.

दूसरी तरफ, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने विदर्भ क्षेत्र की वर्धा सीट मांगी है, हालांकि उनके पास जीतने वाला उम्मीदवार नहीं है. सूत्रों का कहना है कि सहयोगी दल के लिए चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस का एक पूर्व विधायक पार्टी बदल सकता है.

महाविकास आघाड़ी (MVA) में कांग्रेस, शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-SP और शिवसेना यूबीटी शामिल हैं. राज्य में कांग्रेस 12 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. इन 12 सीटों के अलावा वो मुंबई की दक्षिण मध्य मुंबई, उत्तर मध्य मुंबई, भिवंडी, धुलें, जालना, सांगली और पालघर पर लड़ना चाहती है. भिवंडी सीट पर शरद पवार जबकि सांगली और दक्षिण मध्य मुंबई को लेकर उद्धव शिवसेना के साथ विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. 

कांग्रेस ने इन 12 सीटों पर उतारे प्रत्याशी

नंदूरबार- गोवल पाड़वी पूर्व मंत्री के सीं पड़वी के बेटे
अमरावती -बलवंत वानखेड़े, दरियापुर से कांग्रेस विधायक 
सोलापुर- प्रणिती शिंदे, कांग्रेस विधायक 
कोल्हापुर- शाहू छत्रपती, छत्रपति शिवाजी के वंशज 
पुणे- रवींद्र धंगेकर, पुणे कसबा से विधायक 
नांदेड- वसंतराव चव्हाण
लातूर - डॉ शिवाजींराव कलगे
रामटेक-रश्मि बर्वे
नागपुर--विकास ठाकरे
भंडारा-गोंदिया- प्रशांत पडोले
गढ़चिरौली-चिमुर-नामदेव किरसान
चन्द्रपुर- प्रतिभा धानोरकर 

इन सीटों पर फंसा है पेंच

  • वर्धा-कांग्रेस और एनसीपी के बीच बात नहीं बन रही
  • सांगली- कांग्रेस और शिवसेना के बीच बात नहीं बन रही
  • रामटेक-कांग्रेस और शिवसेना के बीच फंसा पेंच
  • मुंबई सेंट्रल- कांग्रेस और शिवसेना के बीच फंसा पेंच
  • भिवंडी- कांग्रेस और शिसेवना के बीच पेंच फंसा
  • बुलढाणा- कांग्रेस और शिवसेना के बीच पेंच फंसा
  • भंडारा-गोंदिया- कांग्रेस और शिवसेना NCP (SP) में फंसा पेंच