Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर मुंबई में सियासी घमासान मचा हुआ है. भाजपा के खिलाफ महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में फूट पड़ती दिखाई दे रही है. महाविकास अघाड़ी (MVA) में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस पार्टी शामिल हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लंबी बातचीत के बाद बुधवार को महाविकास अघाड़ी गठबंधन के सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर दरार आ गई है. इसका कारण शिवसेना (यूबीटी) की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए 17 उम्मीदवारों की घोषणा करना है, जिसमें कांग्रेस की कुछ विशेष सीटें भी शामिल हैं.
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि सेना (यूबीटी) को सांगली और मुंबई की सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने से बचना चाहिए था. मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़, जिन्हें टिकट के दावेदारों में से एक कहा जाता है, ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से अपनी नाराजगी जाहिर की है.
कांग्रेस के पूर्व सांसद संजय निरुपम ने कहा कि पार्टी नेतृत्व क्या कहता है, यह सुनने के लिए वह केवल एक सप्ताह तक इंतजार करेंगे. मुंबई उत्तर पश्चिम से चुनाव लड़ना चाह रहे निरुपम ने कहा है कि मेरे पास सभी विकल्प खुले हैं. हालांकि इस सीट से सेना (यूबीटी) ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है.
उधर एमवीए को एक और झटका उस वक्त लगा जब एमवीए के मुख्य घटक वंचित बहुजन अगाड़ी (वीबीए) ने भी गठबंधन से अपना नाता तोड़ लिया. वंचित बहुजन अगाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने घोषणा की है कि वह गठबंधन के साथ अपनी बातचीत खत्म कर रही है. अब वे अकेले चुनाव लड़ेंगे. आंबेडकर ने दावा किया है कि उन्होंने मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल से बात की है और उनका समर्थन प्राप्त किया है.
पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने बुधवार को लोकसभा चुनाव से पहले मुंबई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को अधिकांश सीटों पर लड़ने की इजाजत देने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व की आलोचना की है.
पार्टी की ओर से महाराष्ट्र में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के कुछ घंटों बाद निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) को अतिवादी रुख अपनाने की चेतावनी भी दी, जिसमें मुंबई उत्तर पश्चिम संसदीय क्षेत्र से अमोल किरीटकर का नाम शामिल किया गया था. साथ ही संजय निरुपम ने कहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी को बचाना है कि तत्काल शिवसेना (यूबीटी) से गठबंधन को तोड़ दें.
बुधवार को घोषित अपनी सूची में शिव सेना (यूबीटी) ने पूर्व पहलवान चंद्रहार पाटिल को पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली से, उद्धव ठाकरे के करीबी अनिल देसाई को मुंबई दक्षिण मध्य से और अमोल कीर्तिकर को मुंबई उत्तर पश्चिम से अपना उम्मीदवार बनाया है. संयुक्त सेना ने साल 2019 के चुनावों में महाराष्ट्र में 18 लोकसभा सीटें जीती थीं. शिव सेना (यूबीटी) एमवीए के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ने पर जोर दे रही है. बुधवार को लिस्ट में कल्याण लोकसभा सीट शामिल नहीं है, जहां से उनके खुद के चुनाव लड़ने की उम्मीद है.