menu-icon
India Daily

Lok Sabha Elections 2024: जम्मू कश्मीर में बिखर जाएगा INDIA गठबंधन! क्या ममता की तर्ज पर चलेंगे अब्दुल्ला-मुफ्ती?

Lok Sabha Elections 2024: अप्रैल-मई में संभवतः आयोजित होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है लेकिन कुछ राज्य ऐसे हैं जहां पर सीट शेयरिंग पर अब तक बात नहीं बनी है फिर चाहे वो सत्ताधारी गठबंधन NDA हो या फिर बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हुआ विपक्षी गठबंधन इंडिया हो, इस बीच जम्मू-कश्मीर के सियासी समीकरण को समझते हैं.

auth-image
Edited By: Vineet Kumar
Mahbooba Omar Abdullah

Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना शुरू कर चुकी हैं, हालांकि बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन INDIA को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य की सभी 42 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा कर दी.

शुरू करने वालों ने ही सबसे पहले छोड़ा INDIA का साथ

उल्लेखनीय है कि बीजेपी को सत्ता से दूर करने के लिए देश की 28 पार्टियां एक साथ आई और इंडिया गठबंधन का निर्माण किया. इस गठबंधन से अलग होने की शुरुआत उन्होंने ही की जिन्होंने इसे बनाने की मुहिम का आगाज किया था. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जैसे ही इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ा उसके बाद से ही पार्टी की दरारें नजर आने लगीं. हालांकि सीट शेयरिंग को लेकर पहले ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि इस मुद्दे पर क्षेत्रीय पार्टियां गठबंधन छोड़ कर अलग हो जाएंगी.

ममता ने बिना ऐलान के ही छोड़ा INDIA का साथ

नीतीश कुमार के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने भले ही गठबंधन छोड़ने या उससे अलग होने की कोई बात नहीं कही हो लेकिन उन्होंने पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर साफ कर दिया कि वो सीट शेयरिंग के मूड में नहीं है. ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की उन सीटों पर भी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जहां पर कांग्रेस ने पिछले चुनावों में जीत हासिल की.

मजबूरी में ले सकते हैं अलग होने का फैसला- उमर अब्दुल्ला

ममता बनर्जी के इस रुख के बाद अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि दूसरे राज्यों में भी ऐसा ही देखने को मिल सकता है और पश्चिम बंगाल के बाद इस तर्ज पर चलने वाला अगला राज्य जम्मू-कश्मीर बन सकता है. इंडिया गठबंधन को लेकर जब नेशनल कॉन्फ्रेस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम ममता बनर्जी के रास्ते पर नहीं चलना चाहते हैं लेकिन अगर वो (कांग्रेस) हमारी मांगे नहीं मानते हैं तो हमारे पास कोई दूसरा चारा भी नहीं होगा.

जेकेएनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'हम जिद्दी नहीं हैं, अगर हम जिद्दी होते तो ममता बनर्जी की तरह सभी 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर देते... हम पश्चिम में 50% सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतार रहे हैं. बंगाल में कांग्रेस ने जो सीटें जीती थीं, वो सीटें ममता बनर्जी ने कांग्रेस के लिए नहीं छोड़ीं. हम 3 सीटों पर कांग्रेस से समझौता करने को तैयार हैं...'

सज्जाद लोन ने साधा उमर अब्दुल्ला पर निशाना

जहां एक ओर उमर अब्दुल्ला राज्य की 6 में से 3 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं तो वहीं पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन के उनके सीट मांगने के दावे पर ही सवाल खडे़ कर रहे हैं. सज्जाद लोन ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि उमर को पता होना चाहिए कि पिछले चुनावों में उन्हें 15-16 लाख वोटों में से उन्हें केवल 40,000 वोट मिले थे जो कि बड़ी बात नहीं है.

उन्होंने कहा, 'मैं किसी के बारे में कुछ नहीं कहता लेकिन वह (उमर अब्दुल्ला) जो अहंकार दिखाते हैं, उससे पता चलता है कि मैं पहले आया था. उन्हें पता होना चाहिए कि 15-16 लाख वोटों में से उन्हें केवल 40,000 वोट मिले और यह कोई बड़ी बात नहीं है.'

मुफ्ती ने भी दर्ज की NC के रुख पर नाराजगी

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी गठबंधन को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हम कश्मीर में 37A को वापस दिलाने के लिए साथ आए थे और पीएजीडी बनाया था लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हमारी पार्टी से बिना किसी राय मशवरा के ऐलान कर दिया कि वो तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.

महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'उमर अब्दुल्ला ने खुद कहा था कि वे गठबंधन में नहीं हैं. हम चाहते थे कि पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) जारी रहे लेकिन हर कोई जानता है कि इसे किसने खत्म किया. हम कांग्रेस से बात करेंगे. हम INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं और देखते हैं कि कैसे आगे बढ़ना है.'

अब्दुल्ला के वार पर मुफ्ती का पलटवार

उल्लेखनीय है कि उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक पार्टी (पीडीपी) जिसने 2019 के लोकसभा चुनावों में तीसरा स्थान हासिल किया था, वह लोकसभा चुनावों मे हिस्सेदारी मांगने की कोशिश कर रही है. इस सवाल के जवाब में मुफ्ती ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला भी साल 2014 में लोकसभा चुनाव हार गए तो इसका मतलब यह है कि वह फिर कभी चुनाव नहीं लड़ सकते? उमर अब्दुल्ला भी पहले एक चुनाव हार चुके हैं. जीत और हार इसका हिस्सा हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि कोई चुनाव नहीं लड़ सकता.

जम्मू-कश्मीर में भी बिखरेगा INDIA का गठबंधन

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में भले ही फिलहाल नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने INDIA गठबंधन को अपना समर्थन देना जारी रखा हुआ है लेकिन मौजूदा समय में जिस तरह से इन दलों के अध्यक्ष की ओर से बयानबाजी जारी है उससे साफ है कि आने वाले समय में ये दल भी ममता की तर्ज पर चलती नजर आएंगी और कांग्रेस का एकजुट होकर बीजेपी को हराना महज सपना बनकर रह जाएगा.