Lok Sabha elections 2024: लोकसभा चुनाव में एक ही सीट से किस्मत आजमाने के लिए जहां एक ही पार्टी से कई उम्मीदवार ताल ठोंकते दिख रहे हैं वहीं कांग्रेस प्रत्याशी टिकट मिलने के बाद भी चुनाव लड़ने से मना कर रहे हैं. इसके पहले गुजरात बीजेपी के दो नेताओं ने टिकट मिलने के बाद चुनाव लड़ने से मना कर दिया था.
अब राजस्थान में एक कांग्रेस प्रत्याशी ने टिकट मिलने के बाद भी चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. प्रत्याशी ने प्रदेश अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर अपने फैसले के बारे में जानकारी दी है. राजस्थान के राजसमंद से कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से किया इनकार कर दिया है.
सुदर्शन सिंह रावत ने राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की वजह बताई है. सुदर्शन सिंह रावत की चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें उन्होंने लिखा कि मैंने पहले ही पार्टी नेताओं को बता दिया था कि मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहता. इसके बाद भी मुझे टिकट दिया गया. यह उचित नहीं है.
रावत ने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा, 'पार्टी यहां से किसी दूसरे योग्य उम्मीदवार को टिकट दे दे. रावत ने कारोबार के सिलसिले में विदेश दौरे पर रहने की बात भी कही है. उन्होंने साफ लिखा है कि अगले दो महीने उनका विदेश दौरा बना रहेगा. ऐसे में वो चुनाव नहीं लड़ सकते.
सुदर्शन सिंह रावत ने अपनी चिट्ठी में मेवाड़ के एक शीर्ष कांग्रेसी नेता पर पार्टी नेतृत्व को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया है. उन्होंने साफ लिखा कि मेरे मना करने के बाद भी मेवाड़ के एक शीर्ष नेता ने पार्टी नेतृत्व को अंधेरे में रखा. मेरे द्वारा बार-बार असहमति जताने के बाद भी मुझे टिकट दिया गया. यह उचित नहीं है.
बीजेपी ने राजसमंद से उदयपुर राजघराने की सदस्य महिमा विशेश्वर सिंह को मैदान में उतारा है. राजसमंद सीट राजपूत बहुल सीट है. सुर्दशन सिंह पहली बार लोकसभा चुनाव में उतारे गए थे. वह 2018 में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं. सुदर्शन सिंह रावत के पिता लक्ष्मण सिंह पूर्व मंत्री रहे हैं यानी उन्हें राजनीति विरासत में मिली है.