Lok Sabha Elections 2024: चुनावी सीजन (Lok Sabha Elections 2024) आते ही पार्टियों और नेताओं के एक दूसरे के लिए तीखे बयान सामने आने लगते हैं. हाल ही में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinet) और भाजपा के नेता दिलीप घोष (Dilip Ghosh) के बयानों पर चुनाव आयोग (Election Commission) ने सख्ती दिखाई है. आयोग ने दोनों नेताओं को नोटिस जारी करते हुए 29 मार्च तक जवाब मांगा है.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी के दिलीप घोष को महिलाओं के सम्मान और गरिमा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सूत्रों ने बताया है कि चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं से 29 मार्च शाम 5 बजे तक जवाब मांगा है.
भारतीय जनता पार्टी की मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार कंगना रनौत के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर सुप्रिया श्रीनेत विवादों में घिर गई हैं. हालांकि श्रीनेत ने बाद में स्पष्ट किया कि ये पोस्ट किसी ऐसे व्यक्ति ने किया जिसके पास उनके अकाउंट का आईडी और पासवर्ड था. लेकिन श्रीनेत की सफाई के बाद भी भाजपा उन पर हमलावर है.
उधर, बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे पश्चिम बंगाल के पूर्व भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने भी तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के फैमिली बैकग्राउंड के बारे में मजाक उड़ाया था. एक वीडियो में दिलीप घोष ने सीएम के 'राज्य की बेटी' वाले दावे का मजाक उड़ाया था. कहा था कि उन्हें पहले यह तय करना चाहिए कि उनके पिता कौन हैं.
59 साल के दिलीप घोष ने मजाकिया अंदाज में कहा था कि सीएम ममता गोवा गईं तो कहा कि मैं गोवा की बेटी हूं. इसके बाद त्रिपुरा गई तो कहा कि मैं त्रिपुरा की बेटी हूं. उन्हें पहले यह तय करना चाहिए कि उनके पिता कौन हैं. इन्हीं बयानों को लेकर चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को नोटिस जारिए किए हैं.