Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है. पहले बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, फिर यूपी में जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी का बीजेपी के साथ आकर एनडीए में शामिल होने और अब बीजद भी एनडीए में शामिल होने वाली है. यह साफ हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में ओडिशा की सत्ता धारी दल बीजद बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी बस आधिकारिक ऐलान बाकी है.
15 साल बाद एनडीए में बीजू जनता दल के शामिल होने को लेकर लगाए जा रहे कयास के बीच हर तरफ सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जारी है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि ओडिशा के मुख्यमंत्री एनडीए के साथ वापस आने के लिए तैयार हो गए हैं. सूत्रों की मानें तो पटनायक सरकार को राज्य में अलग अलग योजनाओं के लिए फंड की जरूरत है और इसमें डबल इंजन सरकार ही कुछ करिश्मा कर सकती है.
हाल में ही ओडिशा के चोली खोले में पीएम मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने राज्य की पिछली सरकारों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा था कि पूर्व की सरकारों ने राज्य में समय पर प्रोजेक्ट्स को पूरा नहीं किया था. पीएम ने कहा था कि पिछली सरकार की परियोजनाओं को पिछले 10 साल के दौरान पूरा किया गया जब केंद्र में बीजेपी सरकार आई.
बीजेपी और बीजद के बीच गठबंधन को लेकर इन दिनों मंथन का दौर जारी है. इसी कड़ी में बीजेपी ओडिशा इकाई के कई नेताओं ने बीते दिनों पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. सूत्रों की मानें दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की पूरी संभावना है. वहीं दूसरी तरफ बीजद के नेताओं ने कल यानी बुधवार को भुवनेश्वर में सीएम नवीन पटनायक के आवास पर बैठक की. इस बैठक के बाद बीजद के उपाध्यक्ष और विधायक देवी प्रसाद मिश्रा ने BJP के साथ संभावित गठबंधन के बारे में चर्चा की बात स्वीकार की थी. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई.
सूत्रों की मानें तो दोनों दल के बीच अगर गठबंधन होता है तो बीजेपी प्रदेश में अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और बीजद आगामी विधानसभा चुनाव में ज्यादातर सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. बता दें कि ओडिशा में लोकसभा की 21 और विधानसभा की 147 सीट है. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान BJD ने 12 और BJP ने 8 सीट पर तो वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में में बीजद ने 112 और बीजेपी ने 23 सीट पर जीत दर्ज किया था.