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India Daily

Lok Sabha Election 2024: I.N.D.I.A गठबंधन से सपा ने बनाई दूरी? अखिलेश बोले ' हम 80 लोकसभा सीटों पर...'

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि हमारा संगठन सभी 80 लोकसभा सीटों पर मजबूत है.

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Edited By: Amit Mishra
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हाइलाइट्स

  • लोकसभा चुनाव 2024
  • सीट शेयरिंग पर सपा-कांग्रेस में रार 

Lok Sabha Election 2024: शनिवार (13 जनवरी 2024) को I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक हुई. I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में समाजवादी पार्टी की तरफ से कोई शामिल नहीं हुआ. इस बीच लखनऊ (Lucknow) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ऑफिस में प्रवक्ताओं की बैठक में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि हमें किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. हमने गठबंधन में हमेशा सबका सम्मान किया. बीजेपी के खिलाफ लड़ाई बड़ी है. हमारा संगठन सभी 80 लोकसभा सीटों पर मजबूत है.

बैठक में शामिल नहीं हुए अखिलेश यादव 

गौरतलब है कि, शनिवार को दिल्ली में बुलाई गई I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव शामिल नहीं हुए थे. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को I.N.D.I.A गठबंधन चेयरमैन बनाने के प्रस्ताव पर सभी दलों ने सहमति जताई है. बैठक में ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे जैसे नेता भी शामिल नहीं हुए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक पद देने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया.

सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस-सपा में रार

यहां ये भी बता दें कि, I.N.D.I.A गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. शुक्रवार (8 जनवरी 2024) को दोनों दलों के बीच बैठक होनी थी लेकिन इसे रद्द कर दिया गया. सीट बंटवारे को लेकर होने वाली बैठक रद्द होने पर सपा ने कड़ा रवैया अपनाया था. सपा मीडिया सेल की तरफ से इसे लेकर कड़ा ट्वीट किया गया था लेकिन बाद में सपा मुखिया अखिलेश यादव की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए उसे डिलीट किया गया था.

सपा का कड़ा रुख 

सपा की तरफ से कहा गया था. ''कांग्रेस पार्टी खुद बेईमानी और धोखेबाजी पर उतारू है. कांग्रेस की इन्हीं हरकतों की वजह से कांग्रेस ने खुद 3 राज्य भाजपा की झोली में डाल दिए, अब कांग्रेस लोकसभा में भी गठबंधन और सहयोगी दलों के साथ गंभीर नहीं है बल्कि गठबंधन को धोखा देकर जनता को धोखा दे रही है. सपा का एजेंडा भाजपा को हराने के लिए एकदम क्लियर है लेकिन कांग्रेस की धोखेबाजियां खत्म ही नहीं हो रहीं." 

क्यों भड़की है सपा 

देखने वाली बात ये भी है कि, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ने में कम दिलचस्पी दिखाई है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की मांग पर मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ 6 सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हुए थे. अब अखिलेश कांग्रेस को अपना जवाब दे रहे हैं. बीएसपी प्रमुख मायावती को I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल करने की कवायद से भी अखिलेश यादव खुश नहीं बताए जा रहे हैं.