Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress) में नजदीकियां बढ़ने के साथ-साथ सीटों का बंटवारा भी हो गया है. दिल्ली, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ में तय हो गया है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनावी मैदान में उतरेगी. दोनों पार्टियों की समझौते में गुजरात की भरूच सीट आम आदमी पार्टी के हिस्से में चली गई है. ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अहमद पटेल का परिवार अब खुलकर विरोध में आ गया है. इसी बीच अहमद पटेल की बेटी मुमताज अहमद पटेल ने भरूच संसदीय क्षेत्र के लोगों से माफी मागी है.
मुमताज अहमद पटेल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि गठबंधन में भरूच लोकसभा सीट सुरक्षित नहीं कर पाने के लिए हमारे जिला कैडर से माफी मांगती हूं. मैं आपकी निराशा को साझा करती हूं. मुमताज अहमद पटेल की ये टिप्पणी उस वक्त सामने आई है, जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गुजरात में सीटों को लेकर समझौता हुआ है. भरूच की सीट आम आदमी पार्टी के हिस्से में आई है.
मुमताज ने कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने के लिए पार्टी कैडर के साथ फिर से एकजुट होंगी. उन्होंने कहा कि एक साथ मिलकर, हम इंडियन नेशनल कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए संगठित होंगे. हम अहमद पटेल की 45 साल की विरासत को ऐसे ही नहीं जाने देंगे. मुमताज के बयान से पहले पहले आज कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने AAP के साथ एक संयुक्त प्रेस मीट में घोषणा की कि गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से सबसे कांग्रेस 24 पर और आम आदमी पार्टी दो सीटों (भरूच और भावनगर) पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुमताज भरूच निर्वाचन क्षेत्र में सक्रिय हैं, जिसे अहमद पटेल का गढ़ माना जाता है. वह आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपना दावा पेश कर रही थीं. शुक्रवार को मुमताज पटेल के भाई फैसल अहमद पटेल ने भी घोषणा की थी कि वह भरूच सीट जीतेंगे. उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि वह पार्टी की ओर से आप को सीट देने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने फैसला पार्टी नेतृत्व पर छोड़ दिया है.
फैसल अहमद पटेल ने कहा था कि राहुल गांधी जी, आपने मेरी और भरूच कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात सुनी. शुक्रवार को उन्होंने अपने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि हमारा समर्थन करके मुझे और मेरे साथी भरूच कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया है. मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं भरूच लोकसभा जीतकर आपके विश्वास पर खरा उतरूंगा. इससे पहले उन्होंने कहा था कि वे और भरूच के कार्यकर्ता AAP को इस सीट से चुनाव लड़ने देने के फैसले का समर्थन नहीं करेंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि अहमद पटेल ने 1977, 1980 और 1984 में भरूच सीट जीती थी, लेकिन 1989 से इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है.