Lok Sabha Election 2024: घर में ही शुरू हुई 'महाभारत', अब कैसे राहुल गांधी संभालेंगे INDIA गठबंधन की फूट
Lok Sabha Election 2024: पंजाब में आम आदमी पार्टी और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी से रार के बाद अब INDIA गठबंधन के सामने एक और बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा के खिलाफ बने विपक्षी INDIA गठबंधन को एक के बाद एक कई झटके लगे रहे हैं. हालांकि कुछ राज्यों में सहयोगी दलों का साथ भी मिला है. पंजाब में आम आदमी पार्टी और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने के बाद अब केरल से भी यही खबर सामने आ रही है. यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीआई ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इनमें राहुल गांधी का वायनाड सीट भी शामिल है. इस सीट पर सीपीआई की एनी राजा प्रत्याशी होंगी.
केरल की बाकी तीन सीटों की बात करें तो तिरुवनंतपुरम से पनियन रविंद्रन उम्मीदवार होंगे, जिनके खिलाफ कांग्रेस के सासंद शशि थरूर होंगे. त्रिशूर सीट से वीएस सुनील कुमार को सीपीआई ने टिकट दिया है, जबकि मनेलिकार सीट से अरुण कुमार उम्मीदवार होंगे. प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांग्रेस में बेचैनी होना स्वभाविक है, क्योंकि सीपीआई के महासचिव डी राजा INDIA गठबंधन की समन्वय समिति के सदस्य भी हैं.
वायनाड से राहुल गांधी के खिलाफ कौन खड़ा हुआ?
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एनी राजा सीपीआई के महासचिव डी राजा की पत्नी हैं. वर्तमान में एनी राजा के पास भारतीय राष्ट्रीय महिला फेचरेशन में महासचिव का पद भी है. एनी राजा वामपंथी विचारधारा वाले ईसाई परिवार से ताल्लुक रखती हैं.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य बिनॉय विश्वम की ओर से इस बारे में एक बयान भी जारी किया गया है. बिनॉय ने कहा है कि राहुल गांधी मेरे काफी अच्छे दोस्त हैं, लेकिन ये एक राजनीतिक लड़ाई है. हालांकि कांग्रेस का इस चुनावी लड़ाई में दुश्मन आरएसएस और भाजपा है. ऐसे में कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करना है. जानकारों का कहना है कि केरल में लोकसभा की 30 सीटें हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में यहां कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत हासिल की थी. दो सीटें इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और एक-एक सीट सीपीआई, केसीएम और आरएसपी को मिली थीं.
पंजाब और पश्चिम बंगाल के बाद INDIA गठबंधन में एक और रार
बता दें कि कांग्रेस की अगुवाई वाले INDIA गठबंधन को पंजाब और पश्चिम बंगाल में भी झटका लग चुका है. पंजाब में आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने के साथ अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. दोनों ही राज्यों में INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पाई है.