'शुक्रिया मोदी भाईजान'... चुनाव से पहले मुस्लिम महिलाओं के लिए BJP का मेगा प्लान, मुस्लिम वोटरों को साधने का रोड मैप तैयार?

Lok Sabha Election 2024: बीजेपी के केंद्र में विपक्षी दलों के वोटरों को अपने पाले में करना है. इसकी शुरुआत बीजेपी यूपी से कर रही है. मुस्लिम महिलाओं को अपने पाले में करने के लिए बीजेपी सम्मेलन आयोजित करेगी.

Gyanendra Tiwari

Lok Sabha Election 2024: 2024 की चुनावी पिच तैयार हो चुकी है. राजनीतिक दल बैटिंग और फील्डिंग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं. हर एक प्रदेश को साधने की कोशिश की जा रही. विपक्षी दलों का 'इंडिया' गठबंधन और बीेजेपी के एनडीए के बीच मुकाबला खेला जाएगा. सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो चुकी है. सभी का लक्ष्य दिल्ली की कुर्सी हासिल करना है. ऐसा लग रहा है भारतीय जनता पार्टी ने टॉस जीतकर बैटिंग करना शुरू कर दी है. पॉवर प्ले का गेम चल रहा है. और बीजेपी मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने के लिए हर एक गेंद को बाउंड्री के बाहर मारने की कोशिश कर रही है. बीजेपी के केंद्र में विपक्षी दलों के वोटरों को अपने पाले में करना है. इसकी शुरुआत बीजेपी यूपी से कर रही है. मुस्लिम महिलाओं को अपने पाले में करने के लिए बीजेपी सम्मेलन आयोजित करेगी.

'शुक्रिया मोदी भाईजान' नाम से सम्मेलन आयोजित करेगी बीजेपी 

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कुछ महीने का ही वक्त बचा हुआ है. सत्ता के शिखर पर पहुंचने के लिए राजनीतिक दलों ने हुंकार भर दी है. लोकसभा चुनाव के चुनावी मौसम की शुरुआत हो चुकी है. सत्ता पर बैठी भारतीय जनता पार्टी 2024 के आम चुनाव को जीतकर जीत की हैट्रिक लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. बीजेपी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. सीट बंटवारे से लेकर हर एक वर्ग के वोटरों को साधने तक के लिए योजनाबद्ध तरीके से बीजेपी काम कर रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुस्लिम वोटरों को साधने के लिए बीजेपी मुस्लिम महिलाओं के लिए 'शुक्रिया मोदी भाईजान' नाम से सम्मेलन का आयोजन करेगी.

कहते हैं दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से गुजरता है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी की नजर यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर है. अपने पारंपरिक वोटर के साथ ही विपक्षी दलों के मूल वोटर को अपने पाले में करने के लिए बीजेपी बड़े स्तर पर काम कर रही है.


'ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है'


भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने बताया कि मोदी सरकार में मुस्लिम महिलाओं को अनेकों लाभ मिले हैं. आयुष्मान भारत योजना से लेकर फ्री राशन तक अनेकों योजनाओं को लाभ मुस्लिम महिलाओं को मिला है. बीजेपी मुस्लिम महिलाओं को साधने के लिए तीन तलाक, कश्मीर से अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों को प्रमुखता से रखेगी. कुंवर बासित ने बताया कि  ना दूरी है ना खाई है मोदी हमारा भाई है, शुक्रिया मोदी भाईजान इसी को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम महिलाओं को हर एक योजना का लाभ प्रमुखता से दिया गया है. हर एक मामलों में प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्लिम महिलाओं के सम्मान के लिए कठोर से कठोर निर्णय लिया है.

भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम महिलाओं के लिए 'शुक्रिया मोदी भाईजान' के नाम से जो  सम्मेलन करेगी उसकी टैगलाइन 'ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है'. इसी टैगलाइन के जरिए भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम महिला वोटर्स को अपने पक्ष में करना चाहेगी.


सम्मेलन में शामिल होंगी मुस्लिम महिलाएं

भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम महिलाओं के लिए जो सम्मेलन आयोजित करने जा रही है उसमें मुस्लिम महिलाएं भी शामिल होंगी.  अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बासित अली ने बताया कि पीएम मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को भाई वाला प्यार दिया है और भाई वाली सुरक्षा दी है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए यूपी के सभी जिलों में 'शुक्रिया मोदी भाईजान' नाम से एक-एक सम्मेलन 2 जनवरी से 20 जनवरी के बीच आयोजित किया जाएगा. हर जिलों में होने वाले सम्मेलन में 1500 से 2 हजार के बीच मुस्लिम महिलाएं हिस्सा लेंगी.

उन्होंने कहा कि शुक्रिया मोदी भाईजान, ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है, सम्मेलन से अपनत्व की भावना पैदा होगी. इसके जरिए प्यार और मोहब्बत दिखाई देगी. भाई के रिश्ते का भाव दिखाई देगा.

उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं से भाई का रिश्ता भारतीय जनता पार्टी को 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दिलाएगी.

बीजेपी का टारगेट सिर्फ मुस्लिम महिलाएं?

अब ऐसे में सवाल ये होता है कि आखिर क्या भारतीय जनता पार्टी सिर्फ मुस्लिम महिलाओं को ही टारगेट कर रही हैं? क्या वो मुस्लिम पुरुषों का वोट नहीं लेना चाह रही है? क्योंकि तीन तलाक के मुद्दे से लेकर कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने तक हर बात को बीजेपी मुस्लिम महिलाओं के सामने बड़ी प्रमुखता से रख रही है. बीजेपी द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस सम्मेलन से विपक्षी दलों के वोट बैंक पर असर पड़ सकता है.

अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर क्या भरातीय जनता पार्टी अपने मुख्य वोटरों के अलावा विपक्षी दलों के मुस्लिम महिलाओं काे वोट हासिल कर लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगा पाएगी. राजनीतिक विशेषज्ञ इस पर नपी तुली बात कहते नजर आए. लेकिन इसका असली जवाब चुनावी नतीजों के बाद ही पता चल पाएगा.