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BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती

भारतीय जनता पार्टी BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ गई है. उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

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Edited By: Kamal Kumar Mishra
LK Advani
Courtesy: x

LK Advani: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अचानक तबीयत बिगड़ गई है, जिसके बाद उनको दिल्ली के अपोलो अस्पताल में एडमिट किया गया है. आडवाणी की उम्र 97 साल है और पिछले कुछ दिनों से उनकी स्वास्थ्य स्थिति गंभीर बनी हुई थी. शनिवार को उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया. यह पिछले चार से पांच महीनों में उनकी चौथी बार अस्पताल में भर्ती होने की घटना है. इससे पहले, उन्हें अगस्त महीने में भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था. 

फिलहाल, लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत स्थिर बताई जा रही है. अस्पताल की तरफ से अभी तक हेल्थ बुलेटिन नहीं जारी की गई है. लालकृष्ण आडवाणी पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिसके कारण वे घर से बाहर नहीं निकलते और किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भी भाग नहीं लेते. इसी साल उन्हें भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त हुआ था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वे राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शामिल नहीं हो सके थे. सम्मान उन्हें उनके घर पर ही दिया गया था. 

आडवाणी हाल ही में कई बार जा चुके हैं अस्पताल

इससे पहले आडवाणी को अगस्त महीने में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 3 जुलाई को भी दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं 26 जून को आडवाणी को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया था. इस दौरान उन्हें न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में रखा गया था और अगले दिन एक छोटी सी सर्जरी भी हुई थी, जिसके बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया था. 

लालकृष्ण आडवाणी की राजनीतिक यात्रा

लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ था. 14 साल की उम्र में, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. उन्होंने हैदराबाद के डीजी नेशनल कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की और मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून में शिक्षा प्राप्त की. विभाजन के बाद, वे राजस्थान के विभिन्न इलाकों में प्रचारक बने और संघ की शाखाएं स्थापित कीं. 1951 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ से जुड़ने के बाद, आडवाणी ने 1973 में इसके अध्यक्ष का पद संभाला. 1980 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के गठन के बाद वे पार्टी से जुड़े और दो बार केंद्रीय गृह मंत्री रहे. 2002 में उप प्रधानमंत्री बने और 2009 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. 3 फरवरी 2024 को उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.