'झूठ की हुई हार', दिल्ली चुनाव में भाजपा की जीत पर एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान
दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत के बाद, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी की जीत बताया है.
Delhi Assembly Result: दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत के बाद, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी की जीत बताया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने झूठी राजनीति को नकारते हुए सत्य का समर्थन किया है.
सत्तारूढ़ शिवसेना के प्रमुख नेता शिंदे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि दिल्ली के मतदाताओं ने भी महाराष्ट्र की तर्ज पर भाजपा के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए कहा, "दिल्ली के विकास में जो भी बाधाएं थीं, अब वह दूर हो गई हैं."
"संविधान खतरे में" का झूठा दावा करने वाली आप को जनता ने सिखाया सबक
शिंदे ने कहा कि दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा, "आप पार्टी ने संविधान के खतरे में होने का झूठा दावा किया था, लेकिन जनता ने उनकी सच्चाई पहचान ली और उन्हें सबक सिखाया."
"प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी का जादू"
शिंदे ने चुनाव नतीजों को प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों और उनकी गारंटी की जीत बताया. उन्होंने कहा, "यह प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी का जादू है। झूठ की हार हुई है और मतदाता सत्य के साथ खड़े हैं."
मतदाताओं ने केंद्रीय बजट पर भी जताया भरोसा
शिंदे ने कहा कि दिल्ली की जनता ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए गए केंद्रीय बजट का भी समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा लाए गए इस बजट ने जनता को राहत देने का काम किया है, और इसका असर चुनाव परिणामों में भी दिखा है.
"शिवसेना ने भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया"
शिंदे ने खुलासा किया कि चुनाव से पहले आप के कई निवर्तमान विधायक शिवसेना के संपर्क में थे. उन्होंने कहा, "हमने उन्हें मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया क्योंकि हमारी पार्टी ने पहले ही भाजपा को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी."
दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे यह दर्शाते हैं कि राजधानी की जनता अब स्थिरता और विकास चाहती है. भाजपा की जीत से दिल्ली की राजनीतिक दिशा में बड़ा बदलाव आने की संभावना है.