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Lex Fridman Podcast: अकेलेपन पर PM मोदी की बेबाक राय, कहा- 'जन सेवा ही मेरी शक्ति'

PM Modi On Podcast: पीएम मोदी के पॉडकास्ट में जब उनसे अकेलेपन के अनुभव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कभी भी अकेलापन नहीं महसूस करते। उनका मानना है कि 'वन प्लस वन' सिद्धांत में एकता और सहयोग की शक्ति निहित है.

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Edited By: Ritu Sharma
PM Modi On Lex Fridman Podcast
Courtesy: Social Media

PM Modi On Lex Fridman Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक विशेष बातचीत में अपने जीवन, आध्यात्मिकता और समाज सेवा के प्रति अपने दृष्टिकोण को साझा किया. उन्होंने बताया कि वे कभी अकेलापन महसूस नहीं करते, क्योंकि वे 'वन प्लस वन' सिद्धांत में विश्वास रखते हैं.

बता दें कि जब पीएम मोदी से अकेलेपन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''मैं कभी अकेलापन महसूस नहीं करता. मेरे लिए एक मोदी है और दूसरा ईश्वर. मैं वास्तव में कभी अकेला नहीं होता क्योंकि भगवान हमेशा मेरे साथ रहते हैं.'' उन्होंने यह भी कहा कि जन सेवा ही उनके लिए प्रभु सेवा है और उन्हें 140 करोड़ भारतीयों का समर्थन प्राप्त है.

गायत्री मंत्र और भारतीय आध्यात्मिकता

वहीं पॉडकास्ट के दौरान लेक्स फ्रिडमैन ने गायत्री मंत्र का जाप किया और पीएम मोदी से उसके उच्चारण की पुष्टि करने को कहा. इस पर पीएम मोदी ने खुद गायत्री मंत्र का जाप किया और इसके वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व को समझाया. उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र सूर्य उपासना से जुड़ा है और यह शब्दों का केवल समूह नहीं, बल्कि गहरी आध्यात्मिकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रतीक है.

स्वामी विवेकानंद और गांधीजी से मिली प्रेरणा

प्रधानमंत्री मोदी ने बचपन में स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेने की बात साझा की. उन्होंने कहा कि वे अक्सर गांव के पुस्तकालय में स्वामी विवेकानंद की पुस्तकों को पढ़ते थे, जिनकी शिक्षाओं ने उनके जीवन को दिशा दी. उन्होंने कहा, ''विवेकानंद से मैंने सीखा कि सच्ची संतुष्टि व्यक्तिगत उपलब्धियों से नहीं बल्कि दूसरों की निस्वार्थ सेवा से मिलती है.''

उन्होंने महात्मा गांधी की 'जन शक्ति' की अवधारणा का भी उल्लेख किया और बताया कि गांधीजी ने स्वतंत्रता संग्राम को 'जन आंदोलन' में बदलने की ताकत को पहचाना. उन्होंने कहा कि वे खुद भी हर पहल में जन भागीदारी को प्राथमिकता देते हैं और इसे एक जन आंदोलन में बदलने का प्रयास करते हैं.

रामकृष्ण परमहंस आश्रम में बिताया समय

पीएम मोदी ने रामकृष्ण परमहंस आश्रम में अपने प्रवास को याद किया, जहां उन्हें संतों का स्नेह मिला. उन्होंने बताया कि स्वामी आत्मस्थानंद के साथ उनका गहरा रिश्ता बना, जो उनके जीवन की मार्गदर्शक शक्ति बने. उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मस्थानंद ने उन्हें सिखाया कि जीवन का असली उद्देश्य समाज की सेवा करना और कल्याण के लिए काम करना है.

समाज की सामूहिक शक्ति पर भरोसा

आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समाज की सामूहिक शक्ति असीम है और यदि इसे सही दिशा दी जाए, तो बड़े से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं. उन्होंने कहा, ''महात्मा गांधी न केवल 20वीं सदी के बल्कि 21वीं सदी और आने वाली सदियों के भी महानतम नेता हैं.''