नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. राहुल गांधी ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा और मिलिंद देवड़ा जैसे नेताओं को पार्टी से अलग हो जाना चाहिए क्योंकि वे इनकी विचारधारा से सहमत नहीं हैं. असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने साल 2014 में तो मिलिंद देवड़ा ने बीते दिनों एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना में शामिल हो गए थे.
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी के 'डिजिटल मीडिया योद्धाओं' को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी की ओर से अपनाए गए सिद्धांतों की रक्षा करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई. इस दौरान उन्होंने कहा "मैं चाहता हूं कि हिमंत और मिलिंद जैसे लोग चले जाएं. मैं इससे पूरी तरह से सहमत हूं. हिमंत एक विशेष तरह की राजनीति करते हैं जो कांग्रेस की राजनीति है ही नहीं. क्या आपने हिमंत की ओर से मुसलमानों के लिए दिए गए कुछ बयान देखे हैं? कुछ हमारे और हमारी पार्टी के मूल्य हैं जिनका मैं हनेशा बचाव करना चाहूंगा."
हिमंत बिस्वा सरमा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़, प्रियंका चतुर्वेदी, हार्दिक पटेल, सुष्मिता देव और आरपीएन सिंह जैसे हाल के सालों में कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़कर बीजेपी और अन्य दलों के साथ जुड़ गए. बीते दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफे देने के बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को ज्वाइन किया है. बीजेपी ज्वाइन कर चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह और जितिन प्रसाद के इतर मिलिंद देवड़ा शिवसेना के बैनर तले अपने सियासी सफर को आगे बढ़ाने का विकल्प चुना.