मुंबई पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया कि एनसीपी नेता और दिवंगत बाबा सिद्दीकी के बेटे ज़ीशान सिद्दीकी को एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ है। इस ईमेल में ज़ीशान को उनके पिता की तरह मार डालने की धमकी दी गई और 10 करोड़ रुपये की उगाही की मांग की गई। पुलिस के अनुसार, ईमेल ने यह भी कहा कि वह हर छह घंटे में ऐसे ईमेल भेजेगा। यह घटना मुंबई की सियासत और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की पृष्ठभूमि
ज़ीशान के पिता और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर, 2024 को मुंबई के निर्मल नगर में उनके कार्यालय के पास तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपियों, सलमान वोहरा और आकाशदीप सिंह को गिरफ्तार किया है। वोहरा पर हत्या के लिए वित्तीय मदद देने का आरोप है। मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद बिश्नोई गिरोह का निशाना पुणे का एक प्रमुख नेता भी था।
बिश्नोई गिरोह पर कसता शिकंजा
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में जनवरी में एक विशेष अदालत ने गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई और दो अन्य वांछित आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) के तहत मामलों की सुनवाई करने वाले विशेष न्यायाधीश बी.डी. शेलके ने अपने आदेश में कहा, “अदालत का मानना है कि वांछित आरोपी बिश्नोई फरार है या वह समन का पालन नहीं करेगा।”
जांच और सुरक्षा पर सवाल
ज़ीशान को मिली धमकी ने मुंबई पुलिस और खुफिया एजेंसियों के सामने नई चुनौती पेश की है। इस मामले ने बिश्नोई गिरोह की सक्रियता और संगठित अपराध की गहरी जड़ों को उजागर किया है। पुलिस ने जांच तेज कर दी है और ज़ीशान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।