दिल्ली में लश्कर-ए-तयैबा का आतंकी गिरफ्तार, पुलिस का दावा- सेना से रिटायर्ड है दहशतगर्द
दिल्ली पुलिस ने रविवार यानी 4 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रिजाय अहमद को गिरफ्तार किया. फिलहाल, उसके खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. कहा जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया आतंकी सेना से रिटायर्ड है.
Lashkar terrorist arrested Delhi police claim: दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तयैबा के एक्टिव सदस्य को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस का दावा है कि आरोपी सेना से रिटायर्ड है. आरोपी की पहचान रियाज अहमद के रूप में की गई है. आरोप है कि आतंकी ने एलओसी के पार से हथियार और गोला बारूद की खेप मंगवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. आरोपी के पास से दिल्ली पुलिस ने मोबाइल और एक सिम कार्ड बरामद किया है. फिलहाल, आरोपी रियाज अहमद को संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जरूरी कार्रवाई के लिए जम्मू-कश्मीर से संबंधित पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को सूचित किया गया है.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से हाल ही में कुपवाड़ा में आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था. दिल्ली पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया गया रियाज अहमद आतंकी मॉड्यूल के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक है. आरोप है कि रिजाज ने आतंकी आकाओं की ओर से मिले निर्देश के बाद एलओसी के पार से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने में खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर की मदद की थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 120बी आईपीसी, 7/25 इंडियन आर्म्स एक्ट, 13, 18, 20, 23, 38, 39 यूए(पी) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और जांच पड़ताल में जुटी है.
पुलिस का दावा- सेना से रिटायर है आरोपी
पुलिस का दावा है कि जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, वो रिटायर्ड सेनाकर्मी है. उसे रविवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपी कि गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सफल ऑपरेशन के बाद हुई, जिसके कारण पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से संचालित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था. इस दौरान हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल होने के आरोप में पांच आतंकियों को करनाह में हिरासत में लिया गया था.
गिरफ्तार किए गए लोगों में जहूर अहमद भट भी शामिल है, जिसके पास से एके सीरीज की राइफल, मैगजीन, राउंड और पिस्तौलें मिलीं थीं. जांच से पता चला कि भट पीओके स्थित दो लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आकाओं के संपर्क में था, जो उनकी नापाक गतिविधियों का समर्थन करने के लिए हथियारों की खेप भेजने में सहायक थे.