IPhone Loan Fraud: मुंबई के मानखुर्द इलाके में 'लड़की बहिन योजना' के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 65 महिलाओं के नाम पर आईफोन लोन लेकर करीब ₹20 लाख का गबन किया. आरोपियों ने सरकारी योजना का झांसा देकर महिलाओं से उनके दस्तावेज लिए और उनका गलत इस्तेमाल कर लोन पास कराया.
ऐसे रची गई ठगी की चाल
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने खुद को 'सरकारी योजना में मददगार' बताते हुए महिलाओं से संपर्क किया. उन्होंने भरोसा दिलाया कि उन्हें 'लड़की बहिन योजना' के तहत आईफोन खरीदने के लिए सब्सिडी वाला लोन मिलेगा. इसके लिए महिलाओं से आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक जैसी जरूरी जानकारी और दस्तावेज ले लिए गए.
जाली दस्तावेज से पास कराए लोन
वहीं आरोपियों ने इन दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दो निजी इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों में महिलाओं के नाम पर आईफोन खरीदने के लिए लोन पास कराया. पुलिस का कहना है कि लोन लेने के बाद न तो आईफोन पीड़ितों को दिए गए और न ही लोन की रकम उनके खाते में जमा हुई. शुरुआत में विश्वास जमाने के लिए महिलाओं को कुछ रकम दी गई, जिसे 'सरकारी एडवांस पेमेंट' बताया गया.
फाइनेंस कंपनी की शिकायत से फूटा मामला
इस ठगी की पोल तब खुली जब एक निजी फाइनेंस कंपनी के 30 वर्षीय कर्मचारी ने मानखुर्द पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई. उन्होंने बताया कि नवंबर 2024 से 65 लोगों ने लोन की मासिक किस्तें चुकानी बंद कर दी थीं. जब कंपनी ने जांच शुरू की तो सामने आया कि दस्तावेजों का इस्तेमाल धोखाधड़ी से किया गया है.
जांच में सामने आए आरोपी
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान सुमित गायकवाड़, राजू बोराडे, रोशन, दानिश और शाहरुख के रूप में हुई है. यह गिरोह अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 के बीच सक्रिय था और विशेष रूप से कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को निशाना बना रहा था.
क्या है 'लड़की बहिन योजना'?
बताते चले कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई 'लड़की बहिन योजना' के तहत महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की आर्थिक सहायता दी जाती है. इस योजना का मकसद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है. योजना के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से किया जा सकता है.