कुवैत अग्निकांड में मारे गए सभी भारतीयों के शव वायुसेना का स्पेशल एयरक्राफ्ट भारत पहुंच गया है. विमान केरल के कोच्चि एयरपर्ट पर लैंड हुआ. मरने वालों में सबसे ज्यादा लोग केरल के हैं. जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने अब इस पर सवाल उठाते हुए कि हमें कुवैत जाने का मौका नहीं मिला.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने उन्हें खाड़ी देश के दक्षिणी शहर मंगाफ में हुई दुखद आग की घटना में प्रभावित राज्य के भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए समन्वय करने हेतु कुवैत जाने की अनुमति नहीं दी. वीना जॉर्ज ने कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें (कुवैत की यात्रा के लिए) अनुमति नहीं मिली. मरने वाले आधे से ज़्यादा लोग केरल के थे. इलाज करा रहे ज़्यादातर लोग भी केरल के ही हैं.
केरल सरकार ने गुरुवार को एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई थी और घोषणा की थी कि वीना जॉर्ज, राज्य मिशन निदेशक (एनएचएम) जीवन बाबू के साथ घायलों के उपचार से संबंधित प्रयासों का समन्वय करने के साथ-साथ मृतकों के शवों को वापस लाने की देखरेख करने के लिए तत्काल कुवैत की यात्रा करेंगी. जॉर्ज ने संवाददाताओं से कहा कि दूतावास ने हमें गंभीर रूप से घायल लोगों की संख्या के बारे में सटीक आंकड़े नहीं दिए. वहां से हमने जो डेटा एकत्र किया है, उसके अनुसार कुल 7 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनमें से 4 केरल से हैं, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. मेरी यात्रा का उद्देश्य यह था कि मैं घायलों के साथ रहना चाहता था और उनकी जरूरतों को केंद्र सरकार के ध्यान में लाना चाहता था.
कुवैत के मंगफ में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का विशेष विमान सी-130जे शुक्रवार सुबह कोच्चि पहुंचा. भारतीय दूतावास ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी विमान में सवार थे, जो शुक्रवार सुबह कुवैत पहुंचे और उन्होंने लोगों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैती अधिकारियों के साथ समन्वय किया. हादसे के बाद भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत गए थे. उन्होंने 5 अस्पतालों का दौरा किया, जहां घायल भारतीयों का इलाज किया जा रहा है.