कूनो नेशनल पार्क में फिर गूंजी किलकारी; नामीबियाई मादा चीता 'आशा' ने तीन शावकों को दिया जन्म
पिछले साल यानी मार्च 2023 में नामीबियाई मादा चीता सियाया (ज्वाला) ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उनमें से केवल एक ही जिंदा बचा था. बता दें कि 17 सितंबर 2022 को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. मार्च 2023 से अब तक छह चीतों और तीन शावकों की मौत हो चुकी है.
Kuno National Park Namibian cheetah Asha gives birth to three cubs: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक बार फिर किलकारी गूंजी है. नामीबियाई मादा चीता 'आशा' ने बुधवार को तीन शावकों को जन्म दिया. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी. उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मध्य प्रदेश सरकार के नेतृत्व में शुरू की गई चीता परियोजना के तहत कूनो नेशनल पार्क में तीन शावकों का जन्म हुआ है. मैं मध्य प्रदेश के सभी अधिकारियों को बधाई देना चाहता हूं.
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि पारिस्थितिकी संतुलन को बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से परिकल्पित प्रोजेक्ट चीता के लिए ये एक बड़ी सफलता है. उन्होंने कहा कि प्रजोक्ट में शामिल सभी विशेषज्ञों, कूनो वन्यजीव अधिकारियों और देश के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) क्या बोले?
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) असीम श्रीवास्तव ने बताया कि तीन शावकों को जन्म देने वाली मादा चीता 'आशा' फिलहाल एक बड़े बाड़े में है और एक टीम की ओर से उसकी निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि मादा चीता शावकों की देखभाल कर रही है. हमें संदेह था कि वो गर्भवती है, लेकिन बच्चों के जन्म के बाद इसकी पुष्टि हो गई.
श्रीवास्तव ने कहा कि शावकों का जन्म एक महत्वपूर्ण संकेत है कि चीते भारतीय जलवायु के अनुकूल हो रहे हैं और उन्होंने कूनो को अपना निवास स्थान बना लिया है. उन्होंने कूनो नेशनल पार्क को स्वीकार कर लिया है. इससे पता चलता है कि कूनो नेशनल पार्क में परिस्थितियां अनुकूल हैं. ये हमारे लिए बहुत अच्छी खबर है. दरअसल, कूनो नेशनल पार्क में तीन शावकों के जन्म ने वन्यजीव अधिकारियों को राहत दी है, क्योंकि पार्क में चीतों की लगातार हो रही मौतों से कई सवाल खड़े हो रहे थे.
पिछले साल ज्वाला नाम की चीता ने भी दिया था शावकों को जन्म
बता दें कि पिछले साल नामीबियाई चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था. हालांकि, मई में अत्यधिक गर्मी के कारण तीन शावकों की मौत हो गई. वहीं, जीवित 10 महीने के शावक की देखभाल कूनो पार्क के अधिकारियों की ओर से की जा रही है. बता दें कि 17 सितंबर, 2022 को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को कुनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित किया गया था. मार्च 2023 से अब तक छह चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है.