'मणिपुर को फिर जलाने की साजिश या हकीकत', सीएम बीरेन सिंह के वायरल ऑडियो टेप में ऐसा क्या?
शनिवार को मणिपुर में तीन रैलियां निकाली गईं जिनमें अलग प्रशासन की मांग की गई और कथित तौर पर सीएम एन बीरेन सिंह के वायरल ऑडियो क्लिप के खिलाफ विरोध जताया गया. मणिपुर सरकार ने कहा कि वह राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा करने में शामिल हुए हर शख्स के खिलाफ बिना किसी अपवाद के मुकदमा चलाएगी.
Manipur News: मणिपुर सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह शनिवार को कुकी-जो समुदाय द्वारा कांगपोकपी में आयोजित की जाने वाली सार्वजनिक रैली के दौरान राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा करने में शामिल हुए हर शख्स के खिलाफ बिना किसी अपवाद के मुकदमा चलाएगी.
शनिवार को मणिपुर में तीन रैलियां निकाली गईं जिनमें अलग प्रशासन की मांग की गई और कथित तौर पर सीएम एन बीरेन सिंह के वायरल ऑडियो क्लिप के खिलाफ विरोध जताया गया. ये रैलियां चुराचांदपुर, कीथेलमनबी और मोरेह में आयोजित की गईं. चुराचांदपुर में निकाली गई रैली के कारण जिले के सभी बाजार व स्कूल बंद रहे.
सीएम बीरेन की ऑडियो क्लिप में क्या
सीएम एन बीरेन सिंह की कथित ऑडियो क्लिप में जातीय संघर्ष में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की संलिप्तता का खुलासा किया गया है. प्रदर्शनकारियों ने अक अलग प्रशासन की भी मांग की है.
कुकी संगठनों ने दावा किया की लीक हुए ऑडियो क्लिप में मणिपुर में कुकी-कब्जे वाले क्षेत्र पर बलपूर्वक कब्जा करके मूल आदिवासी कुकी के खिलाफ जातीय हिंसा में सीएम की संलिप्ता के पर्याप्त सबूत हैं.
सरकार ने आरोपों को बताया निराधार
सरकार ने इस ऑडियो टेप को फर्जी बताते हुए कहा कि यह जातीय हिंसा के बाद प्रदेश में फैली शांति को प्रभावित करने की साजिश है.
बता दें कि मई 2023 में मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा में 220 लोगों की जान गईं थी और 50,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए थे.
एम बीरेन सिंह ने किया अलग प्रशासन की मांग को खारिज
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में सीएम सिंह ने कुकी समुदाय की अलग प्रशासन की मांग को सिरे से खारिज कर दिया.
बता दें कि गुरुवार को नई दिल्ली में कुकी-जो समुदाय के प्रतिनिधियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुकी समुदाय के लिए एक केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की थी और कहा था कि संघर्ष को समाप्त करने का यही एकमात्र तरीका है.