सुलझ गई कोलकाता ट्रिपल मर्डर की गुत्थी, किसी और ने नहीं दो भाइयों ने ही दिया था खौफनाक वारदात को अंजाम
Kolkata Triple Murder Case: एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोलकाता में हुए तिहरे हत्याकांड में किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं बल्कि घर के ही लोगों ने अंजाम दिया है.
Kolkata Triple Murder Case: कोलकाता में हुए ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी सुलझती हुई नजर आ रही है. पुलिस ने दो भाइयों को उनकी पत्नियों और एक बेटी की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. तीनों के शव टांगरा इलाके में स्थित उनके घर से मिले थे. इस हत्याकांड ने पूरे शहर को हिला कर दिया था. हत्या करने के बाद दोनों भाई और एक बेटा खुद को मौत के घाट उतारने जा रहे थे तभी बीच रास्ते में उनकी कार का एक्सीडेंट हो जाता है.
इस हत्याकांड पर कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने कल कहा कि हत्या में कोई बाहरी व्यक्ति शामिल नहीं था. हत्या के पीछे का मकसद संभवतः उनके व्यवसाय में हो रहा घाटा बताया जा रहा है.
ऐसे खुला था हत्याकांड का राज
19 फरवरी को प्रणय डे और प्रसून डे एक कार दुर्घटना में घायल हो गए थे और उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. इस दुर्घटना के बाद पुलिस को उनके घर से 3 महिलाओं के शव मिले थे. जांच में पता चला कि परिवार भारी कर्जे में था फिर भी अपने खर्चों में कटौती किए बगैर उधार के पैसों पर लैविश लाइफ जी रहा था. कर्ज इतना बढ़ गया कि परिवार को यह खौफनाक कदम उठाना पड़ा.
बेटे ने बताया किसने हत्या?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रणय और सुदेशना का बेटा, जो दुर्घटना में घायल हो गया था, लेकिन अब ठीक हो गया है, ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा ने ही उसकी मां, चाची और चचेरे भाई की को मौत के घाट उतारा है.
पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़के के लिए कानूनी राय ली जाएगी और पुलिस देखेगी कि क्या कोई रिश्तेदार उसे हिरासत में लेने के लिए तैयार है. भाइयों ने पहले पुलिस को बताया था कि परिवार ने आत्महत्या करने का समझौता किया था, जिसके तहत परिवार के सभी सदस्यों ने नींद की गोलियों के साथ दलिया खाया था. हालाकिं, दोनों महिलाओं के शवों के पोस्टमार्टम में उनकी कलाई कटी हुई पाई गई और उनके गले पर गहरे जख्म के निशान मिले.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया कि ये चोटें तब लगी थीं जब वे जीवित थीं और इसी वजह से उनकी मौत हुई. एक अधिकारी ने बताया कि नाबालिग बेटी की मौत जहर खाने से हुई.