पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर के आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर जनता में उबाल है. प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार देर रात 'रिक्लेम द नाइट' नाम से मार्च निकाला और सीधे आरजी कर हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया. प्रदर्शनकारी अस्पताल के परिसर में घुसे और जमकर तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारी इस बात से नाराज थे कि अगर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं तो फिर कोलकाता में कौन सुरक्षित है. पश्चिम बंगाल में पुलिस और प्रशासन किसलिए हैं, अगर ऐसी दर्दनाक घटनाएं होती हैं.
प्रदर्शनकारी उस जगह पर भी पहुंच गए जहां ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या हुई थी. उन्होंने जमकर तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों के हाथ जो लगा, उन्होंने तोड़ डाला. गुरुवार देर रात 12.40 पर प्रदर्शनकारियों ने धावा बोला और हॉस्पिट में तोड़ फोड़ शुरू कर दी. हॉस्पिटल के बाहर पहले ही 9 अगस्त को हुए हादसे के बाद डॉक्टर हड़ताल पर ले गए थे. सोशल मीडिया का ये मूवमेंट बड़े स्तर पर फैल गया.
स्वतंत्रता दिवस समारोह की रात में ही ऐसा प्रदर्शन हुआ, जिसकी उम्मीद नहीं थी. रिक्लेम द नाइट आंदोलन कब हिंसक हो गया पता नहीं चला. पूरे कोलकाता में प्रदर्शन हुए. इस प्रदर्शन में महिला, बच्चे-बूढ़े और बुजुर्ग भी शामिल हुए. नाराज प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोला और जमकर हंगामा काटा. कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.
कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने कहा है कि हम रात 2 बजे मौके पर पहुंचे. सोशल मीडिया पर फैली अफवाह की वजह से ऐसा हंगामा हुआ है. शुरुआत में सिर्फ 40 लोग थे जिन्होंने हॉस्पिटल कैंपस में घुसकर तोड़ फोड़ की, पुलिस पर पथराव किया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. पुलिस की गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं.
Mamata Banerjee has sent her TMC goons to the apolitical Protest Rally near RG Kar Medical College and Hospital.
— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) August 14, 2024
She thinks that she is the most shrewd person in the whole world and people won't be able to figure out the cunning plan that her goons appearing as protestors would… pic.twitter.com/1CPI2f1KUr
कोलकाता पुलिस ने कहा है हॉस्पिटल के बाहर पुलिसकर्मी तैनात हैं, उन्हें स्थिति से निपटने के आदेश दिए गए हैं. इस रेप कांड पर बुरी तरह घिरी ममता बनर्जी सरकार की कार्यशैली में दखल देने वाले टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि जिन्होंने तोड़फोड़ की है, उन्हें बख्शा न जाए. सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखा कि अगर यही रुख अस्पतालों की सुरक्षा पर रखते तो ऐसी वारदात ही न होती. उन्होंने कहा है कि 24 घंटे के अंदर ही एक्शन लिया जाए, भले ही वे किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हों.
सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि ममता सरकार में कानून व्यवस्था बुरी तरह फेल है. अभिषेक बनर्जी ने सफाई में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लिखा, 'प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की मांगें उचित और न्याय संगत हैं. सरकार से यही उम्मीद करनी भी चाहिए. उनका संरक्षण अनिवार्य है.'
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि ममता बनर्जी के गुंडों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की है. उन्होंने विरोध प्रदर्शन में अपने गुंडे भेजे और तोड़ फोड़ काईं. वे सोचती हैं वे ही दुनिया में सबसे होशियार हैं. दुनिया उनकी सच्चाई जान रही है.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में एक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर की ड्यूटी के दौरान रेप और हत्या कर दी गई थी. ट्रेनी डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला था. हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में मिली लाश के बाद हंगामा भड़क हुआ था. इस अपराध को एक सिविल वॉलंटियर संजय राय ने अंजाम दिया था. कोलकाता हाई कोर्ट ने मंगलवार को केस की जांच पुलिस से सीबीआई को सौंपने के लिए कहा था. सीबीआई ने केस को हैंडओवर कर लिया है.