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Kolkata rape and murder: कौन हैं आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवी?

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रात को एकएका भीड़ पहुंची और जमकर तोड़फोड़ मचाय. प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने वहां से भागकर जान बचाया. उपद्रवियों ने प्रदर्शन स्थल, वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने अस्पताल के आपातकालीन विभाग, नर्सिंग यूनिट और दवा स्टोर में भी तोड़फोड़ की और सीसीटीवी को नुकसान पहुंचाया.

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आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भीड़ द्वारा तोड़फोड़ किए जाने के कुछ दिनों बाद कोलकाता पुलिस ने कथित तौर पर तोड़फोड़ में शामिल कम से कम 25 'उपद्रवियों' को गिरफ्तार किया है. भीड़ आरजी कर अस्पताल परिसर में घुस गई जहां ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा था. 

उपद्रवियों ने प्रदर्शन स्थल, वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने अस्पताल के आपातकालीन विभाग, नर्सिंग यूनिट और दवा स्टोर में भी तोड़फोड़ की और सीसीटीवी को नुकसान पहुंचाया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस तोड़फोड़ के पीछे विपक्षी दलों का हाथ होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी लोग जो राजनीतिक तत्व हैं और बंगाल में अशांति फैलाना चाहते हैं वामपंथी और भाजपा ने मिलकर यह सब किया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता, कुछ महिलाएं और डिलीवरी स्टाफ शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में से कई लोग जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के विरोध में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अपने घर से निकले थे, लेकिन उन पर बर्बरता का आरोप लगा दिया गया.

तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवी

रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ़्तार किए गए लोगों में सौमिक दास एक जिम प्रशिक्षक और स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ता है. उनके परिवार ने कहा कि दास भावनाओं में बह गया था. घटना के बाद से वह घर नहीं गया है. पुलिस आई और हमसे उसे थाने लाने को कहा, लेकिन उसे कहीं और से गिरफ्तार कर लिया गया. उसे पश्चाताप है. वह भावनाओं में बह गया था. 

एक अन्य आरोपी देबाशीष मंडल स्थानीय किराना स्टोर पर सामान पहुंचाने का काम करता है. उसके पिता ने बताया कि उसका बेटा विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा. उन्होंने बताया कि उनका बेटा डिनर के बाद कैंडल मार्च में शामिल होने गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा. उन्होंने बताया कि अगले दिन उन्होंने पुलिस बैरिकेड पर खड़े बेटे की तस्वीर देखी. 

उन्होंने कहा, 15 अगस्त को पुलिस आई और मैंने उनसे कहा कि वह बस एक तमाशबीन था. उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी. बाद में हम पुलिस स्टेशन गए और उसने आत्मसमर्पण कर दिया. 19 वर्षीय छात्रा तुसी हलदर पर भी पश्चिम बंगाल पुलिस ने तोड़फोड़ का आरोप लगाया है. पुलिस द्वारा शेयर की गई तस्वीर में वह अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग के अंदर हाथ में बांस लिए खड़ी दिखाई दे रही है.

डॉक्टर का बलात्कार और हत्या
 
9 अगस्त को कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. यह अपराध देर रात तीसरी मंजिल स्थित सेमिनार हॉल में हुआ और बाद में पुलिस ने बताया कि उसके शरीर पर कई घाव और चोट के निशान पाए गए. मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन जांच एजेंसियों ने अभी तक अपराध में अन्य लोगों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया है.