Kolkata Misdeed Murder Case: ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में संजय अकेला आरोपी, चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में CBI
Kolkata Misdeed Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के मामले में सीबीआई आरोपी संजय रॉय के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है. रिपोर्ट के मुताबिक, डीएनए रिपोर्ट से पता चलता है कि कोलकाता डॉक्टर की बलात्कार-हत्या में संजय रॉय अकेला आरोपी है. अब सीबीआई जल्द से जल्द इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है.
Kolkata Misdeed Murder Case: कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अधिकारियों का कहना है कि वे मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ एक ठोस चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया में हैं, जिसका डीएनए पीड़िता के शरीर से जुटाए गए सैंपल से मेल खा गया है. पश्चिम बंगाल की राजधानी के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पिछले महीने ट्रेनी डॉक्टर के साथ वारदात को अंजाम दिया गया था.
इससे पहले अगस्त के आखिरी सप्ताह में रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि मामले की पड़ताल में जुटे अधिकारियों की ओर से डीएनए और फोरेंसिक रिपोर्ट में गैंगरेप की संभावना को खारिज कर दिया गया है. उसी दौरान अधिकारियों की ओर से ये भी संकेत दिया गया था कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुए बलात्कार-हत्याकांड में अकेले रॉय की संलिप्तता है.
आरोपी संजय रॉय की आज फिर से कोर्ट में पेशी
33 साल के आरोपी संजय रॉय की सरकारी अस्पताल तक आसान पहुंच थी. दावा किया जा रहा है कि इसी वजह का फायदा उठाते हुए उसने वारदात को अंजाम दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय रॉय को आज एक बार फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उसे वापस न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की संभावना है. 23 अगस्त को संजय रॉय को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. कोलकाता पुलिस ने उसे 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था, एक दिन पहले अस्पताल की चौथी मंजिल पर सेमिनार हॉल में डॉक्टर का शव मिला था.
संजय रॉय के खिलाफ प्रमुख सबूतों में से एक डीएनए टेस्ट रिपोर्ट है. अधिकारियों ने कहा कि उसका डीएनए 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के शरीर से जुटाए किए गए सैंपल से मेल खाता है. सूत्रों ने कहा कि विशेषज्ञों की ओर से किए गए फोरेंसिक टेस्ट्स के रिजल्ट्स भी संदिग्ध के खिलाफ गए हैं.
संजय रॉय के वकीलों ने क्या दावा किया?
बचाव पक्ष के वकील के अनुसार, संजय रॉय ने जेल में कहा है कि 9 अगस्त को जब वह सेमिनार हॉल में दाखिल हुआ तो पीड़िता की मौत हो चुकी थी. रॉय को उस दिन सुबह 4.03 बजे अकेले आरजी कर में दाखिल होते हुए सीसीटीवी में कैद किया गया था.
कोलकाता मामले ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है, अस्पताल की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है, इसके विवादास्पद प्रिंसिपल को पद से हटा दिया गया है, राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच तीखी राजनीतिक बहस शुरू हो गई. बड़ी साजिश और मामले को दबाने के आरोप भी लगे. पीड़िता के परिवार ने कहा था कि उन्हें गैंगरेप का संदेह है.