Republic Day 2024 आज कल शिक्षक डॉ सपन कुमार काफी सुर्खियों में हैं. दरअसल झारखंड के शिक्षक डॉ सपन कुमार (Dr. Sapan Kumar) को दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में वीआईपी गेस्ट बनाया गया है. केंद्र सरकार ने डॉ सपन को वीआईपी गैलरी में बैठ कर परेड देखने का न्योता भेजा है. इसके साथ ही वो 26, 27 और 28 जनवरी को दिल्ली में होने वाले अलग-अलग कार्यक्रमों में स्पेशल गेस्ट के रूप में भाग लेंगे.
डॉ सपन कुमार झारखंड के दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के डुमरथर स्कूल के प्रिंसिपल हैं. डॉ सपन कुमार को झारखंड में 'ब्लैक बोर्ड मॉडल' के जनक के रूप में जाना जाता है. उनकी चर्चा पीएम मोदी अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में भी कर चुके हैं. इतना ही नहीं, वो हाल ही में 'मन की बात' के 100वें एपिसोड के दौरान दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इसके साथ ही उन्हें भारत में आयोजित जी-20 के सेवा समिट में भी शामिल होने के लिए भी इनवाइट किया गया था.
डॉ सपन झारखंड के एक सुदूर आदिवासी क्षेत्र से आते हैं. यहां के ज्यादातर लोग अशिक्षित हैं. इस गांव में पहुंचना भी काफी मुश्किल है और ऐसे में पढ़ाई की जरूरी चीजें जैसे ब्लैक बोर्ड, कॉपी-किताबें, कलम भी इस गांव तक नहीं पहुंच पाती थी. इसे देखते हुए डॉ सपन ने बच्चों को पढ़ाने के लिए 'ब्लैक बोर्ड मॉडल' की शुरुआत की. उन्होंने गांव के लोगों के साथ मिलकर गांव की दिवारों को ही ब्लैक बोर्ड बना दिया. इतना ही नहीं, चौक, डस्टर, झाड़ू, चटाई, भी गांव में ही बनाई गई. जिसके बाद डॉ सपन बच्चों को एक ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाते और बच्चे गांव की दिवारों पर बनी ब्लैक बोर्ड पर उसका अभ्यास करते थे. डॉ सपन की इस कोशिश से गांव के बच्चे शिक्षित होने लगे. कोरोना महामारी के समय भी उन्होंने बच्चों की पढ़ाई जारी रखी थी.
गणतंत्र दिवस परेड पर स्पेशल गेस्ट बनने पर अपनी खुशी जताते हुए डॉ सपन ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि एक शिक्षक के रूप में वीआईपी गैलरी में भारत सरकार का विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होना, उनके जीवन का सबसे बड़ा उपहार है. उन्होंने आगे कहा कि ये उन सभी लोगों का सम्मान है, जो मुश्किलों में काम करते हुए देश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं.