'बाल बुद्धि मनोरंजन के लिए अच्छी...', राहुल गांधी के मिस इंडिया लिस्ट... वाले बयान पर किरेन रिजिजू का तंज

कांग्रेस सासंद राहुल गांधी ने एक दिन पहले एक कार्यक्रम में कहा था कि मिस इंडिया लिस्ट में कोई दलित, आदिवासी महिला नहीं है. उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तंज कसा है. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर राहुल गांधी पर पलटवार किया. एक दिन पहले राहुल गांधी ने प्रमुख क्षेत्रों में कम प्रतिनिधित्व को उजागर करने के लिए जाति जनगणना की वकालत की थी.

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संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी की आलोचना की और उन पर तंज कसा. राहुल गांधी ने एक दिन पहले यानी शनिवार को 'संविधान सम्मान सम्मेलन' के दौरान मिस इंडिया लिस्ट में दलितों और आदिवासियों के न होने के बारे में टिप्पणी की थी. 

रिजिजू ने एक्स को अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब, वे मिस इंडिया प्रतियोगिताओं, फिल्मों, खेलों में आरक्षण चाहते हैं! ये केवल बाल बुद्धि का मुद्दा नहीं है, बल्कि जो लोग उनका समर्थन करते हैं, वे भी उतने ही जिम्मेदार हैं. किरेन रिजिजू ने अपनी पोस्ट में कहा कि बाल बुद्धि मनोरंजन के लिए अच्छी हो सकती है, लेकिन अपनी विभाजनकारी चालों में, हमारे पिछड़े समुदायों का मजाक न उड़ाएं.

इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने तर्क दिया था कि देश अपनी 90 प्रतिशत आबादी की भागीदारी के बिना प्रभावी ढंग से काम नहीं कर सकता. उन्होंने दलित, आदिवासी और ओबीसी महिलाओं को मिस इंडिया सूची से बाहर रखने की आलोचना करते हुए कहा कि मैंने मिस इंडिया की सूची देखी है, जिसमें कोई भी दलित, आदिवासी या ओबीसी महिला नहीं है. कुछ लोग क्रिकेट या बॉलीवुड के बारे में बात करेंगे. कोई भी मोची या प्लंबर को नहीं दिखाएगा. यहां तक ​​कि मीडिया के शीर्ष एंकर भी 90 प्रतिशत से नहीं हैं.

राहुल गांधी ने पूछा- हम कैसे महाशक्ति बन गए?

राहुल गांधी ने देश की मुख्यधारा के मीडिया से सवाल किया और पूछा कि वे कहेंगे कि मोदीजी ने किसी को गले लगाया और हम महाशक्ति बन गए. जब ​​90 प्रतिशत लोगों की कोई भागीदारी नहीं है, तो हम महाशक्ति कैसे बन गए? 
विपक्ष के नेता ने ये भी दावा किया कि भाजपा उन पर जाति जनगणना के लिए उनके आह्वान के साथ देश को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगा सकती है. उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि संस्थानों, कॉरपोरेट्स, बॉलीवुड और मिस इंडिया में कितने लोग 90 प्रतिशत से हैं. मैं केवल इतना कह रहा हूं कि 90 प्रतिशत लोगों की 'भागीदारी' नहीं है और इसकी जांच होनी चाहिए.