Kerala Ragging Horror: प्राइवेट पार्ट पर लटकाया डंबल, कैसे वायरल हुआ रैगिंग का वीडियो, आरोपी किस हाल में हैं?
11 फरवरी को घटना के बारे में शिकायत मिलने के बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पांच छात्रों को गिरफ्तार किया. लेकिन दो दिन बाद, 13 फरवरी को इस घटना का एक भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो में पीड़ित छात्र को बिस्तर पर हाथ-पैर बंधे हुए देखा गया, जबकि सीनियर छात्र उसे एक तेज धार वाले उपकरण से प्रताड़ित कर रहे थे.
केरल के कोट्टायम जिले स्थित सरकारी नर्सिंग कॉलेज में रैगिंग के एक चौंकाने वाले मामले ने हाल ही में सुर्खियां बटोरीं. पांच सीनियर छात्रों को एक फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ मारपीट और पैसे की उगाही करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह घटना 11 फरवरी को सामने आई, और आरोपी छात्रों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस का कहना है कि वे यह जांच कर रहे हैं कि क्या इस घटना में और भी पीड़ित हैं या नहीं.
वायरल हुआ रैगिंंग का वीडियो
11 फरवरी को घटना के बारे में शिकायत मिलने के बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पांच छात्रों को गिरफ्तार किया. लेकिन दो दिन बाद, 13 फरवरी को इस घटना का एक भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो में पीड़ित छात्र को बिस्तर पर हाथ-पैर बंधे हुए देखा गया, जबकि सीनियर छात्र उसे एक तेज धार वाले उपकरण से प्रताड़ित कर रहे थे. वीडियो में पीड़ित की कराहते हुए आवाज़ सुनाई दे रही थी, जबकि आरोपी छात्र हंस रहे थे. इस घटना में पीड़ित को लोशन का सेवन कराया जा रहा था, जो और भी हैरान करने वाला था. पुलिस अब यह जांच रही है कि वीडियो को किसने शूट किया और यह कैसे सार्वजनिक हुआ.
जांच जारी
कोट्टायम के एसपी शाहुल हमीद ने कहा कि पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या इस घटना में और भी छात्र शामिल हैं. अब तक एक छात्र ने ही शिकायत की है, लेकिन पुलिस अन्य छात्रों से भी बयान दर्ज करने की योजना बना रही है. इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह घटना कॉलेज प्रशासन, विशेष रूप से हॉस्टल वार्डन की मिलीभगत से हुई थी. एसपी ने यह भी बताया कि आरोपी छात्रों पर केरल रैगिंग निषेध अधिनियम की धारा चार और पांच के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कई दिनोंं तक किया उत्पीड़न
यह रैगिंग का सिलसिला पिछले साल नवंबर 16 से लेकर 10 फरवरी 2025 तक चला. शुरूआत में, सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों से ऑनलाइन पैसे भेजने की धमकी दी थी. बाद में, एक छात्र को उसके "सम्मान" को लेकर घेर लिया गया और उसे जान से मारने की धमकी दी गई. इसके बाद उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिसमें उसे चाकू से धमकाने और उसे बांधने जैसी घिनौनी हरकतें की गईं.
सभी आरोपी छात्र निलंबित
पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें से एक छात्र केरल सरकार छात्र नर्स एसोसिएशन (KGSNA) का राज्य महासचिव था. इन सभी को कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है. यह छात्र किसी राजनीतिक पार्टी से संबंधित नहीं थे, क्योंकि राज्य के कई नर्सिंग और मेडिकल कॉलेजों में पार्टी-समर्थित छात्र संघों का कोई प्रकोष्ठ नहीं होता है.
पीड़ित के परिवार का बयान
पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि उन्हें तब तक इस उत्पीड़न के बारे में नहीं पता था जब तक उनके बेटे ने 11 फरवरी को कॉलेज प्रधान से शिकायत नहीं की. उन्होंने कहा, "मेरे बेटे को जो यातनाएँ दी जा रही थीं, इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं थी. यह एक गंभीर मामला है, और बहुत से अन्य छात्र भी इसी प्रकार के उत्पीड़न का शिकार हो चुके हैं, लेकिन वे डर के कारण आवाज नहीं उठाते."
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब यह जांच रही है कि क्या इस रैगिंग में और छात्रों की संलिप्तता थी और क्या कॉलेज प्रशासन की भूमिका इसमें संदिग्ध है. अधिकारियों का कहना है कि वे अन्य छात्रों से भी बयान दर्ज करने की योजना बना रहे हैं और इस मामले में और भी सबूत जुटाए जाएंगे.