Wayanad township project: केरल सरकार का बड़ा फैसला! वायनाड टाउनशिप परियोजना के लिए समन्वय समिति गठित
केरल सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समन्वय समिति का गठन किया है, जो पिछले साल जुलाई में वायनाड जिले के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में भूस्खलन से प्रभावित हुए लोगों के लिए टाउनशिप परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर नजर रखेगी.
सोमवार को गठित इस समिति को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं जिसमें वायनाड टाउनशिप परियोजना के सुचारू और कुशल निष्पादन को सुनिश्चित करना, चुनौतियों का समाधान करना और इसके कार्यान्वयन में पारदर्शिता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना शामिल है.
केरल सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समन्वय समिति का गठन किया है, जो पिछले साल जुलाई में वायनाड जिले के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में भूस्खलन से प्रभावित हुए लोगों के लिए टाउनशिप परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर नजर रखेगी.
फार्मेशन ऑफ़ कोआर्डिनेशन समिति:
सोमवार को गठित इस समिति को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं जिसमें वायनाड टाउनशिप परियोजना के सुचारू और कुशल निष्पादन को सुनिश्चित करना, चुनौतियों का समाधान करना और इसके कार्यान्वयन में पारदर्शिता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना शामिल है .
समिति की जिम्मेदारियां
समिति की जिम्मेदारियों में शामिल हैं:
- वायनाड टाउनशिप परियोजना के कार्यान्वयन की निगरानी करना.
- परियोजना के कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों का समाधान करना.
- परियोजना के कार्यान्वयन में पारदर्शिता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना.
- परियोजना के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करना.
समिति का गठन केरल सरकार के उस फैसले के बाद किया गया है....
समिति के गठन का उद्देश्य वायनाड टाउनशिप परियोजना के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना और इसके कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है . समिति का गठन केरल सरकार के उस फैसले के बाद किया गया है, जिसमें वायनाड जिले के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में भूस्खलन से प्रभावित हुए लोगों के लिए टाउनशिप परियोजनाओं के कार्यान्वयन को मंजूरी दी गई थी.
केरल सरकार द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समन्वय समिति का गठन एक महत्वपूर्ण कदम है जो वायनाड टाउनशिप परियोजना के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने में मदद करेगा. समिति की जिम्मेदारियों में परियोजना के कार्यान्वयन की निगरानी, चुनौतियों का समाधान, और पारदर्शिता बनाए रखना शामिल है. समिति के गठन का उद्देश्य वायनाड जिले के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में भूस्खलन से प्रभावित हुए लोगों के लिए टाउनशिप परियोजनाओं के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना है.