कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने केरल विधानसभा में बुधवार को सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) पर तीखा प्रहार किया. यूडीएफ ने आरोप लगाया कि एलडीएफ निजी विश्वविद्यालयों के मुद्दे पर अपना रुख बदल चुका है, जैसा उसने पहले ‘सीप्लेन’ पर्यटन परियोजना के मामले में किया था.
यूडीएफ ने कहा कि एलडीएफ ने पहले निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना का विरोध किया था, लेकिन अब वह इसके समर्थन में खड़ा नजर आ रहा है. यूडीएफ ने इसे वाम मोर्चे की दोहरी नीति करार दिया और इसे जनता को भ्रमित करने वाला कदम बताया.
यूडीएफ ने ‘सीप्लेन’ पर्यटन परियोजना का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एलडीएफ ने पहले इसका विरोध किया था, लेकिन अब वह इसके समर्थन में है. विपक्ष ने कहा कि यह दर्शाता है कि वाम मोर्चा बिना किसी ठोस नीति के काम कर रहा है और राजनीतिक लाभ के आधार पर अपने विचार बदल रहा है.
पर्यटन मंत्री पी. ए. मोहम्मद रियास ने यूडीएफ के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ओमन चांडी सरकार के कार्यकाल में ‘सीप्लेन’ परियोजना को शुरू नहीं किया जा सका था, क्योंकि इसके लिए "उचित तैयारी" नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना को सफल बनाने के लिए पर्याप्त योजनाएं नहीं बनाई गई थीं, जिससे यह आगे नहीं बढ़ सकी.
एलडीएफ और यूडीएफ के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस जारी है, और विपक्ष ने सरकार की नीति पर सवाल उठाए हैं.