Katra Strike: माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बुरी खबर है. यहां आने वाले लोगों को अगले कुछ दिनों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. कटरा से भवन तक बनने वाले रोपवे प्रोजेक्ट के विरोध में मां वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल की घोषणा की है. इस हड़ताल के चलते कटरा में बाजार, दुकानें और ढाबे बंद रहेंगे. जिसकी वजह से यहां देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को असुविधा हो सकती है.
रोपवे परियोजना के खिलाफ संघर्ष समिति ने 18 दिसंबर को भी कटरा में बंद का आह्वान किया था. उस दिन पूरे बाजार में दुकानें और व्यापारिक गतिविधियां ठप रहीं. विरोध के बाद जिलाधिकारी ने 23 दिसंबर तक समाधान का आश्वासन दिया था. लेकिन समाधान न मिलने पर अब समिति ने तीन दिन की हड़ताल की घोषणा की है.
श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत तक 12 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 250 करोड़ रुपये की लागत से यात्री रोपवे प्रोजेक्ट का निर्माण शुरू किया है. हालांकि इस प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय दुकानदारों, पिट्ठू, पालकी संचालकों और मजदूरों विरोध कर रहे हैं. विरोध करने वालों का कहना है कि रोपवे के चालू होने से श्रद्धालु कटरा बाजार से बायपास हो जाएंगे, जिससे उनकी आजीविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. उनका कहना है कि वो पूरे साल अपना घर इसी से चलाते हैं अगर ये भी बंद कर दिया गया तो उनके लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है.
इसके अलावा स्थानीय लोगों का मानना है कि तीर्थयात्रियों की सीधी आवाजाही से बाजार की रौनक खत्म हो जाएगी. इससे हजारों दुकानदार, पिट्ठू, और पालकी संचालकों की रोजी-रोटी पर संकट आ सकता है. विरोध कर रहे लोगों ने इस परियोजना को पूरी तरह से रद्द करने की मांग की है. 15 दिसंबर को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने कटरा के मुख्य बाजार में रोपवे परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन किया और श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने परियोजना के खिलाफ पहले हुए आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की भी मांग की.