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Kathua Terror Attack: गांव में घुसे, पानी मांगा और फिर.., सामने आई कठुआ आतंकी हमले की पूरी कहानी

Kathua Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी में बस पर हुई गोलीबारी के बाद हीरानगर के सैडा सोहाल गांव आतंकी हमला हुआ. वारदात में एक CRPF जवान शहीद हो गया. हमले के बाद सुरक्षाबल आतंकियों को भी ढूंढने के लिए तलाशी अभियान चला रहे हैं. इस बीच कठुआ आतंकी हमले की पूरी कहानी सामने आई है. इसके बारे में वरिष्ठ पुलिस ने बताया है कि कैसे आतंकी पानी मांगने के लिए गांव में घुसे थे.

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Kathua Terror Attack: कुछ दिन पहले ही रियाली में आतंकियों को गोली से बैलेंस खोने वाली बस हादसे का शिकार हो गई. इसमें 9 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई. इसके बाद अब कठुआ के हीरानगर इलाके में पड़ने वाले गांव सैडा सोहाल में एक आतंकी हमला हो गया. यहां आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. घटना के बाद से ही सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे हैं. इस बीच पुलिस अधिकारियों को ग्रामीणों ने पूरी कहानी बताई है कि कैसे आतंकी गांव में पानी मांगते आए थे.

बता दें करीब 15 घंटे चले लंबे ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने गांव में छिपे एक आतंकवादी को मार गिराया है. इसके बाद घटना का ब्यौरा एडीजीपी जम्मू ने दिया है. उन्होंने बताया कि गांव में गोलीबारी करने वाले दो आतंकवादियों ने कई घरों से पानी मांगा था. इससे ग्रामीणों को शक हुआ था और उन्होने दरवाजे बंद कर लिए थे.

पहले मांगा पानी फिर की गोलीबारी

एडीजीपी जम्मू सोशल मीडिया पर घटना को लेकर एक पोस्ट लिखा है इसमें उन्होंने बताया कि पहले आतंकियों ने पानी मांगा. इससे जब ग्रामीण घबरा गए तो उन्होंने दरवाजे बंद कर लिए और शोर मचाने लगे. इससे आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. घबराए आतंकवादी धुआंधार गोलीबारी करने लगे. उन्होंने इलाके से गुजर रहे कुछ ग्रामीणों पर भी गोलियां चलाईं.

पुलिस अधिकारियों ने लिया लोहा

घटना की जानकारी लगते ही एसएचओ हीरानगर और एसडीपीओ मौके पर पहुंचे. उन्होंने आतंकवादियों से लोहा लिया. इस दौरान पुलिस पार्टी पर ग्रेनेड फेंकते की कोशिश में एक आतंकवादी मारा गया. इसके बाद पुलिस ने अभियान चलाया और एक छुपे आतंकी को मार गिराया. 

एक जवान शहीद

मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ जवान कबीर दास गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, उन्हें बचाया नहीं जा सका और वो शहीद हो गए. ऑपरेशन के दौरान डीआईजी और एसएसपी के सरकारी वाहनों पर कई गोलियां चलाई गईं हैं. दोनों अधिकारी सुरक्षित बच गए.