प्रदेश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने इस वायरस से संक्रमित मरीजों का मुफ्त इलाज करने का ऐलान किया है. सरकार ने घोषणा की है कि प्रदेश में मंकीपॉक्स से ग्रसित सभी मरीजों का बिल्कुल मुफ्त इलाज किया जाएगा.
इससे पहले प्रदेश में फ्री इलाज की सुविधा केवल बीपीएल कार्ड धारकों को ही दी जा रही थी. बता दें कि मंकीपॉक्स या मंकी फीवर को क्यासनूर फॉरेस्ट डिजीज (KFD) के नाम से भी जाना जाता है.
KFD को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है सरकार
राज्य से स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, 'हमारी सरकार केएफडी को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है जो मालेनाडु (पहाड़ी) क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फैल रहा है. इस बीमारी से प्रभावित लोगों को मुफ्त में इलाज दिया जा रहा है और अब मुफ्त इलाज की सुविधा एपीएल (गरीबी रेखा के ऊपर) परिवारों को भी दिया जा रहा है.'
सुवर्णा आयोग्य सुरक्षा ट्रस्ट के तह मिलेगा मुफ्त इलाज
उन्होंने कहा कि अब राज्य में केएफडी से प्रभावित एपीएल परिवारों के सदस्यों को सुवर्णा आरोग्य सुरक्षा ट्रस्ट के तहत पंजीकृत अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलेगा. इस पहल से सैकड़ों परिवारों को लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स बुखार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हमारी सरकार ने ICMR से चर्चा की है और परीक्षणों के बाद केएफडी वैक्सीन 2026 तक उपलब्ध होने की उम्मीद है. हमारी सरकार राज्य के लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
अब तक 59 मरीजों की मौत
आंकड़ों के अनुसार, 2003 से लेकर अब तक यह बीमारी 59 लोगों की जिंदगी निगल चुकी है. कर्नाटक के पश्चिमी घाट से सटे जिले इस बीमारी से बुरी तरह से प्रभावित हैं.