Kanwar Yatra: 22 जुलाई से सावन की शुरुआत होने वाली है. सावन शुरू होते ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है. महादेव के भक्त कांवड़ यात्रा करते हैं. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड जैसे राज्यों में कांवड़ यात्रा का एक अलग ही क्रेज है. कांवड़ यात्रा के मद्देनजर राज्य और जिलों में ट्रैफिक व्यवस्था के नियमों में कई बदलाव किए जाते हैं. कांवड़ यात्रा में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न आए इसके लिए यूपी के मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी किया है.
इस आदेश के अनुसार खानपान की सामग्री बेचने वाले दुकानदारों को अपनी दुकान के आगे नाम जरूर लिखे. या फिर दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों का नाम लिखें.
इस मामले को लेकर मुजफ्फरनगर के एसपी अभिषेक सिंह ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया कि आखिर किस लिए यह निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि आगे चलकर किसी भी प्रकार से किसी पर आरोप या प्रत्यारोप न लगे इसलिए इस तरह का निर्देश दिया गया है.
मुजफ्फरनगर के एसपी अभिषेक सिंह ने कहा- देखिए कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है. हमारे जनपद में लगभग 240 किलोमीटर का कांवड़ मार्ग है. इस मार्ग पर जितने भी खानपान की दुकानें हैं- होटल, ठेला और ढाबा जहां से भी कांवड़िए खानपान की सामग्री खरीद सकते हैं उन सबको यह निर्देशित किया गया है कि अपने प्रोपराइटर या फिर काम करने वालों के नाम जरूर डिस्प्ले करें.
ये इस लिए किया गया है ताकि किसी भी प्रकार से किसी कांवड़िये को कोई कन्फ्यूजन न हो. ऐसी स्थिति न उत्पन्न हो ताकि आरोप और प्रत्यारोप उत्पन्न हो और बाद में कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो इसलिए इसे किया गया है. सभी इसका अपनी स्वेच्छा से पालन कर रहे हैं.
वहीं, कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शहरी विकास निदेशालय ने प्रदेश के सभी नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को पत्र जारी कर रेहड़ी-पटरी वालों का ब्योरा एकत्र कर उन्हें पहचान पत्र जारी करने और ठेले पर अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करने को कहा है.