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कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे में कई मौतें, दर्जनों घायल, इस हादसे का जिम्मेदार कौन है?

ट्रेन हादसों, हर साल होते हैं. बालासोर से लेकर जलपाईगुड़ी तक, हर बाद हादसे हमारे सिस्टम पर सवाल उठते हैं. ट्रेन हादसों पर जमकर सियासत होती है. रेल मंत्रियों का इस्तीफा मांगा जाता है लेकिन ऐसा होता नहीं कि ट्रेन हादसे रुक जाएं. जलपाईगुड़ी में मृतकों की संख्या बढ़ रही है. आइए जानते हैं रक्षा कवच के बाद भी ट्रेन हादसे क्यों नहीं होते हैं.

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पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो हुई. न्यू जलपाईगुड़ी के पास तेज रफ्तार मालगाड़ी एक्सप्रेस ट्रेन से जा भिड़ी, जिसके बाद देखते ही देखते ट्रेन के तीन कोच हवा में जा उड़े. हादसे में तीन डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. डिब्बों में फंसे लोगों को निकालने में रेस्क्यू टीम के पसीने छूट रहे हैं. गैस कटर से डिब्बे को काटकर लोगों को निकाला जा रहा है.

रंगापानी स्टेशन के पास हुए इस हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 50 से ज्यदा लोग घायल हैं. ट्रेन असम के सिलचर से कोलकाता के सियालदह जा रही थी. इस दुर्घटना में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसके बाद त्रासदी जैसी स्थिति पैदा हो गई. आइए जानते हैं इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है.

- यह रूट एक ऑटोमैटेड सिग्नल सेक्शन है, जो समानांतर लाइनों की वजह से बेहद व्यस्त रहता है. यहां ट्रेन हादसों की आशंका सबसे ज्यादा होती है. 

- रेलवे का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 'कवच' अभी पश्चिम बंगाल में सिर्फ कागजों पर ही है. अभी इसकी दिशा में यहां कोई मजबूत कदम नहीं उठाया गया है.

- शुरुआती जानकारी में मालगाड़ी चला रहे ड्राइवर की लापरवाही सामने आ रही है. अभी तक हादसे को लेकर छानबीन जारी है.

- विपक्षी नेताओं का एक धड़ा कह रहा है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सक्रिय नहीं रहे हैं. उनके कार्यकाल में कई बार रेल हादसे हो गए हैं.

- मालगाड़ी के ड्राइवर ने पैसेंजर ट्रेन को सीधी टक्कर मारी है. मालगाड़ी के लोको पायलट ने सिग्नल ही नहीं देखा और सीधे पैसेंजर गाड़ी के पीछे वाले डिब्बे से जा भिड़ा.

- गार्ड का डिब्बा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, वहीं दो पार्सल वैन के डिब्बे थे जिनके चीथड़े उड़ गए. 

 

विपक्षी नेताओं ने क्या उठाए हैं सवाल?

मल्लिकार्जुन खड़गे
पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने रेल मंत्रालय का घोर कुप्रबंधन किया है. एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में हमारा ये कर्तव्य है. पूरा रेलवे 'कैमरा-ऑपरेटेड' और आत्म-प्रचार के मंच में बदल दिया है. आज की त्रासदी इस कठोर हकीकत की याद दिलाती है.

अजय राय
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कंचनजंगा ट्रेन हादसे पर कहा, 'बहुत ही दुखद घटना है, मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं. इस सरकार के कार्यकाल में पहले भी ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं, मुझे जितनी जानकारी है कि कंचनजंगा ट्रेन खड़ी थी और मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी, इसका अर्थ है कि व्यवस्था पूरी तरह ठप्प हो गई है.'
 


सियालदह में हेल्प डेस्क नंबर

033-23508794
033-23833326

हेल्पलाइन नंबर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन 

03612731621
03612731622
03612731623 

लुमडिंग जंक्शन हेल्पलाइन नंबर

03674263958
03674263831
03674263120
03674263126
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