menu-icon
India Daily

Kanchenjunga Express Accident: हादसे पर रेस्क्यू और सियासत साथ-साथ, किसकी गलती बनी लोगों का काल, 10 प्वाइंट में समझें अब तक क्या हुआ?

Kanchanjunga Express Accident: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के पास हुए भीषण रेल हादसे की तस्वीरें भयानक हैं. यहां एक मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस की जोरदार भिड़ंत हुई है. इससे उसके तीन कोच बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. घटना में अब तक 15 लोगों के मौत की खबर है. यहां बचाव के साथ सियासत भी चल रही है. आइये 10 प्वाइंट में समझें अब तक क्या-क्या हुआ?

auth-image
Edited By: India Daily Live
Kanchanjunga Express Accident
Courtesy: ANI

Kanchanjunga Express Accident: पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के रंगापानी हाल्ट पर सोमवार सुबह 8.55 बजे अगरतला से सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई. ट्रेन को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मारी थी. टक्कर से कंचनजंगा एक्सप्रेस की कई बोगियां पटरी से नीचे आ गई. PTI के अनुसार अब तक 15 लोगों के मारे जाने की खबर है. वहीं कई लोग घायल हुए हैं. बचाव कार्य जारी है. इसी के साथ सियासत भी होने लगी है. 

सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि ऑटोमेटिक सिग्नल खराब था, इस वजह से मालगाड़ी आगे बढ़ गयी. रेड सिग्नल काम ही नहीं कर रहे थे. हालांकि, हादसे का असली कारण जांच के बाद ही सामने आएगा. आइये 10 प्वाइंट में समझें अब तक क्या-क्या हुआ?

- अगरतला से सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) 17 जून को करीब 30 मिनट की देरी से न्यू जलपाईगुड़ी पहुंची. इसका अगला स्टेशन अलुआबाड़ी रोड था. जहां गाड़ी को 9 बजे पहुंचना था. लेकिन, गाड़ी यहां से चलकर रंगापानी के रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाट के बीच सिग्नल की खराही के कारण गई.

- दुर्घटना स्थल पर एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया. इसमें स्थानीय लोगों ने भी मदद की.

- इसके बाद 8:42 बजे के आसपास रंगापानी एक मालगाड़ी निकली जो सुबह 8:55 बजे कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी. इसमें अब तक 9 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है.

- हादसे के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस अलुआबारी स्टेशन पर है. यहां फिटनेस टेस्ट के बाद उसे सियालदह के लिए रवाना किया जाएगा. सारे पैसेंजर्स को 12:40 बजे स्पेशल ट्रेन से सियालदह के लिए भेजा जा चुका है.

- कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 19 ट्रेनें रद्द कर दी गईं. इस संबंध में रेलवे ने आदेश जारी किए.

- पूर्वी रेलवे ने रंगापानी स्टेशन पर एक नियंत्रण डेस्क स्थापित किया है. वरिष्ठ टिकट कलेक्टर राजू प्रसाद यादव ने उस समय (सुबह 11 बजे) तब बताया कि अभी तक कोई कॉल नहीं मिली है. केवल दो महिलाएं पूछताछ करने आई थीं.

- असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने रेल मंत्री से बात की है. उन्होंने ट्रेन में असमय के यात्रियों को लेकर चिंता जाहिर की.

- पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि इसके कारण के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन आधुनिक समय में इसकी जांच और गहन सुधार की आवश्यकता है. मेरा अनुमान है कि संभवतः इस इंजन में खराबी नहीं थी.

- दिल्ली में भारतीय रेलवे के अधिकारी दुर्घटना स्थल पर स्थिति पर नज़र रख रहे हैं. बचाव और राहत कार्य की निगरानी दिल्ली से भी की जा रही है.

- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में घायलों से मुलाकात की.

- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने बहुत सी चीजें शुरू कीं, लेकिन वे केवल वंदे भारत ट्रेनों का प्रचार कर रहे हैं. दुरंतो एक्सप्रेस कहां है? राजधानी एक्सप्रेस के बाद दुरंतो सबसे तेज चलने वाली ट्रेन थी. आज पूरा रेलवे विभाग लापरवाही का सामना कर रहा है. मुझे लगता है कि रेल मंत्रालय को उचित देखभाल करनी चाहिए. घटना के तुरंत बाद, राज्य सरकार ने स्थिति को सामान्य करने के लिए मेडिकल टीम, आपदा दल, एम्बुलेंस और हर संभव सहायता प्रदान की.

- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना स्थल का दौरा किया.उन्होंने कहा- अभी हमारा ध्यान बहाली पर है. यह मुख्य लाइन है. बचाव अभियान पूरा हो चुका है. यह राजनीति का समय नहीं है.

- केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मौके पर पहुंचे.  उन्होंने कहा यह वास्तव में एक दुखद घटना है. प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह मानवीय भूल के कारण हुआ. मैंने रेल मंत्री के साथ-साथ इस क्षेत्र के डीआरएम से भी बात की है और रात करीब 12 बजे तक यह मार्ग चालू हो जाएगा.

- कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हम अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. हम सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. पिछले 10 वर्षों में रेल दुर्घटनाओं में वृद्धि केंद्र सरकार की रेलवे के प्रति कुप्रबंधन और लापरवाही का परिणाम है.

- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का बयान पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद हादसे का निरीक्षण कर रहे हैं. यह कहना सही नहीं है कि इन घटनाओं के लिए बीजेपी जिम्मेदार है. ममता बनर्जी को इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.

कंचनजंगा ट्रेन टक्कर के संबंध में सियालदह में हेल्प डेस्क नंबर
033-23508794
033-23833326
हेल्पलाइन नंबर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन 
03612731621
03612731622
03612731623 

लुमडिंग जंक्शन हेल्पलाइन नंबर
03674263958
03674263831
03674263120
03674263126
03674263858