Kamal Nath: कांग्रेस नेता कमलनाथ के बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें बीते दो दिनों से सियासी हलकों में चर्चा के केंद्र में है. चर्चा इस बात की है कि वह अपने अगले सियासी कदम को खास सिपहसालारों में सलाह मशविरा करने में जुटे हुए है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, अभी तक कमलनाथ ने बीजेपी ज्वाइन करने को लेकर किसी अंतीम नतीजे पर नंही पंहुचे है. वह अब इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि आगे क्या किया जाए. वहीं कांग्रेस आलाकमान का मानना है कि बीजेपी हाईकमान कमलनाथ को बीजेपी में लेने को लेकर मुतमईन नहीं है क्योंकि उनके खिलाफ 1984 के सिख विरोधी दंगे का आरोप है.
वहीं कमलनाथ की सियासी सक्रियता से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एक्शन मोड में है. कमलनाथ के करीबी विधायकों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई ने विधायकों को एकजुट रखने के लिए विधायकों से संपर्क साधा है. कांग्रेस पार्टी के प्रबंधकों की कोशिश कमलनाथ समर्थक विधायकों को एकजुट रखना है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि कमलनाथ अपने करीबी विश्वासपात्रों और कम से कम एक दर्जन विधायकों के साथ नई दिल्ली में हैं और वे अपनी भविष्य की रणनीति तय कर रहे हैं. इनमें से कम से कम तीन विधायक छिंदवाड़ा से हैं.
कांग्रेस के भरोसेमंद सूत्रों ने इस बात की तस्दीक की है कि कमलनाथ पार्टी छोड़ने के इच्छुक हैं लेकिन वे फिलहाल केवल अपने बेटे लोकसभा सांसद नकुलनाथ को बीजेपी में जाने की इजाजत दे सकते है. कमलनाथ शायद खुद बीजेपी में शामिल न हों, लेकिन अपने बेटे नकुलनाथ के लिए लोकसभा चुनाव के लिए टिकट चाहते हैं. कमलनाथ की चिंता इस बात को लेकर है कि अगर वह बीजेपी में जाते है तो स्वाभाविक तौर पर उनके समर्थक नेता और विधायक बीजेपी की रूख करेंगे, ऐसे में उनका समायोजन कैसे किया जाए. बीते दिनों कमलनाथ छिंदवाड़ा का पांच दिवसीय दौरा रद्द करने के बाद शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे. ऐसा तब हुआ जब मध्य प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ अगर पार्टी में शामिल होते है तो ये स्वागत योग्य कदम है.