केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है. बीमार चल रहीं माधवी पिछले दो हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थीं. रिपोर्ट के मुताबिक, माधवी राजे सिंधिया के फेफड़े में इन्फेक्शन के चलते उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती करवाया गया था. पिछले दो महीनों से इलाज करवा रहीं माधवी अब इस दुनिया में नहीं हैं. बताया गया है कि आज सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास उनका निधन हो गया. इस खबर के बाद ग्वालियर के महल में गम का माहौल है.
बताते चलें कि कोरोना महामारी के दौरान माधवी राजे सिंधिया भी संक्रमित हो गई थीं. बाद में उन्हें लंग इन्फेक्शन की शिकायत हो गई. हालांकि, अभी तक उनकी बीमारी के बारे में ग्वालियर के राजघराने की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है. बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बारे मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट से एक बार फिर चुनाव लड़ रहे हैं. वह चुनाव प्रचार में ही थे कि मां की तबीयत खराब होने के चलते उन्हें भी आनन-फानन में दिल्ली आना पड़ा था.
Madhavi Raje Scindia, mother of Union Minister Jyotiraditya Scindia and erstwhile 'Rajmata' of the Gwalior Royal Family passes away. She has been undergoing treatment at AIIMS Hospital in Delhi for the last two months. She breathed her last at 9.28 am today at AIIMS Hospital,…
— ANI (@ANI) May 15, 2024
ज्योतिरादित्य सिंधिया के दफ्तर की ओर से आए आधिकारिक बयान के मुताबिक, 'ग्वालियर राज परिवार की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया गहै. पिछले 2 महीनों से उनका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था. आज सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांसें लीं.'
कौन थीं माधवी राजे सिंधिया?
सिंधिया परिवार की बहू और फिर राजमाता बनने वाली माधवी मूल रूप से नेपाल के राज परिवार से आती हैं. उनके दादा जुद्ध शमशेर जंग बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं. एक वक्त पर वह राणा डायनेस्टी के मुखिया भी थे. साल 1966 में उनकी शादी माधवराव सिंधिया से हुई. पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था लेकिन समय के साथ वह माधवी राजे सिंधिया बन गईं.