कोलकाता रेप और मर्डर कांड में टीएमसी सरकार घिरी हुई है. देश भर में इस घटना के विरोध में पोटेस्ट हो रहे हैं. अब टीएमसी के लीडर कुणाल घोष ने कुछ ऐसा कह दिया है जिससे ममता सरकार की किरकिकी हो रही है. कुणाल घोष ने कोलकाता रेप-मर्डर मामले पर प्रोटेस्ट कर रहे डॉक्टरों से गुजारिश करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट किया है. इस दौरान उन्होंने पुलवामा हमले का जिक्र किया.
कुणाल घोष ने कहा कि पुलवामा मामले में इंसाफ नहीं मिला है. कुणाल घोष ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से गुजारिश की है कि वे अपनी हड़ताल वापस लें लें. पुलवामा मामले में भी न्याय नहीं मिला है. जरा सोचिए अगर बॉर्डर पर तैनात जवान यह कहते हुए हड़ताल पर चले जाएं कि 'हमें न्याय चाहिए', तो कैसा लगेगा?
চিকিৎসকদের কর্মবিরতি তোলার অনুরোধসহ প্রশ্ন-
— Kunal Ghosh (@KunalGhoshAgain) August 21, 2024
পুলওয়ামার ঘটনার এখনও ন্যায়বিচার হয়নি। তাই পুলওয়ামায় 'we want justice' বলে জওয়ানরা যদি সীমান্ত ছেড়ে এসে ধর্ণায় বসেন, সেটাকে কীভাবে দেখবেন?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने दावा किया है कि ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद प्रिंसिपल पद से इस्तीफा देने वाले डॉ. संदीप घोष कई अवैध गतिविधियों में शामिल थे, जिसमें लावारिस शवों की बिक्री भी शामिल है. इंडिया टुडे के साथ एक विशेष साक्षात्कार में अख्तर अली ने यह भी आरोप लगाया कि घोष बांग्लादेश में बायोमेडिकल कचरे और मेडिकल सप्लाई की तस्करी में भी शामिल थे.
आरजी कर अस्पताल में 2023 तक तैनात अख्तर अली ने कहा कि उन्होंने राज्य सतर्कता आयोग के समक्ष अवैध गतिविधियों के बारे में चिंता जताई थी और वह घोष के खिलाफ जांच समिति का भी हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.