दांतारामगढ़ सीट पर पति पत्नी में हो सकता है चुनावी मुकाबला, जानें किसका पलड़ा भारी!

Rajasthan Assembly Election 2023: जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने दांतारामगढ़ सीट पर रीटा चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं इस सीट से उनके पति और मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह को कांग्रेस टिकट दे सकती है.

नई दिल्ली: राजस्थान की दांतारामगढ़ विधानसभा सीट इन दिनों सुर्खियों में आ गयी है. जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने इस सीट पर रीटा चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं इस सीट से उनके पति और मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह को कांग्रेस टिकट दे सकती है. ऐसे में पति पत्नी के आमने-सामने आने से चुनावी लड़ाई रोचक होने की उम्मीद जतायी जा रही है. कांग्रेस ने राजस्थान में उम्मीदवारों की दो सूची में कुल 76 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है लेकिन दांतारामगढ़ सीट से अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.

पति पत्नी के आमने-सामने होने से रोचक होगी चुनावी जंग

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सात बार के विधायक नारायण सिंह के बेटे वीरेंद्र सिंह का परिवार पारंपरिक रूप से कांग्रेस के साथ रहा है. बीते दिनों अगस्त महीने में उनकी पत्नी रीटा चौधरी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) में शामिल हो गईं और उन्हें पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. रीटा चौधरी सीकर की जिला प्रमुख भी रह चुकी है. वह साल 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले दांतारामगढ़ से कांग्रेस की टिकट मांगी थी लेकिन पार्टी ने उनके पति वीरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया था. ऐसे में माना जा रहा है कि जेजेपी उम्मीदवार रीटा चौधरी के सामने कांग्रेस पार्टी इस बार वीरेंद्र सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकती है.

'मैंने अपने दिल की सुनी, मुझे जो सही लगा वह किया...'

जेजेपी से टिकट मिलने के बाद रीटा चौधरी ने बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा "मैंने अपने दिल की सुनी, मुझे जो सही लगा वह किया और जेजेपी में शामिल हो गई. मैं लोगों के बीच रही हूं, जब उन्हें मेरी जरूरत थी तब मैं उनके साथ खड़ी रही और इसलिए लोगों ने मुझे और मेरे फैसले को स्वीकार किया है. लोग खुश हैं क्योंकि वे बदलाव चाहते हैं. अब पार्टी ने मुझे दांतारामगढ़ सीट से उम्मीदवार बनाया है और मुझे अपनी जीत का भरोसा है. कांग्रेस ने अभी तक दांतारामगढ़ से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकती, लेकिन लोग बदलाव चाहते हैं. मैं विकास, पानी की समस्या और बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर चुनाव लडूंगी"

25 नवंबर को राजस्थान विधानसभा का होगा चुनाव

राजस्थान विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होंगे. 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक ही चरण में मतदान होगा. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. राजस्थान में 2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं, जबकि 200 सदस्यीय सदन में भाजपा ने 73 सीटें जीतीं. अशोक गहलोत बसपा विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सत्ता में आए और राज्य के सीएम बने.

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