नई दिल्ली. BJP RLD Alliance: देश में अगले साल लोकसभा के चुनाव होने है. जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार करने में लग गई है. कहते हैं कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है. इस समय यूपी की सियासत में उथल-पुथल मची हुई है. सूत्रों की मानें तो राष्ट्रीय लोकदल (RLD) एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकती है.
सूत्रों के अनुसार, आरएलडी और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर अंतिम दौर पर बातचीत पहुंच चुकी है. माना जा रहा है कि जल्दी ही आरएलडी औपचारिक घोषणा करके एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर सकती है. अगर ऐसा हुआ तो 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ा फायदा हो सकता है.
बीजेपी को होगा फायदा
पश्चिमी यूपी के बागपत, कैराना, मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में राष्ट्रीय लोक दल की मजबूत पकड़ है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जयंत चौधरी अगर बीजेपी के साथ आते हैं तो जाट समुदाय के बीच एक बड़ा संदेश जाएगा. इसका फायदा बीजेपी को हरियाणा और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में मिल सकता है. इन प्रदेशों के जाटों का वोट प्रतिशत चुनावी नतीजों को बदलने की ताकत रखता है.
आरएलडी का होगा विस्तार
जयंत चौधरी अगर बीजेपी के साथ आते हैं तो उन्हें भी फायदा होगा. उनका राजनीतिक विस्तार हो सकता है. राज्य और केंद्र में RLD को मौका मिल सकता है. बताया जा रहा है कि योगी कैबिनेट का विस्तार अगस्त के अंत में हो सकता है. अगर उससे पहले आरएलडी, एनडीए में शामिल हो जाती है तो यूपी के मंत्रिमंडल में उसके चेहरों को जगह मिल सकती है.
सीटों को लेकर अखिलेश और जयंत में फंसा पेंच
सीटों को लेकर जयंत चौधरी और अखिलेश यादव के बीच तकरार की खबरें सुनने को मिल रही है. आरएलडी 12 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन सपा उसे इतनी सीटें नहीं देना चाहती. इन सबको ध्यान में रखते हुए जयंत ने बीजेपी के साथ जाने का मन बनाया है. हालांकि, इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.