लोकसभा चुनाव के दौरान कश्मीर घाटी में आतंकी हमले का अलर्ट, सुरक्षा एजेंसियां चौकस
Lok Sabh Elections 2024: लोकसभा चुनाव के दौरान आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. खुफिया जानकारी के मुताबिक आतंकी लोकसभा चुनाव के दौरान कश्मीर घाटी में आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं.
Lok Sabh Elections 2024: जम्मू कश्मीर में खुफिया एजेंसियों को होश उड़ा देने वाली रिपोर्ट हाथ लगी है. आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के दौरान बड़े हमले की योजना बना रहे हैं. इन एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा और उससे जुड़े आतंकवादी पाकिस्तान के इशारे पर आतंकी वारदातों को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं.
हमले की योजना बनाने वाले एक प्रमुख आतंकी की पहचान की गई है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकवादी जुनैद अहमद बट है. हाल ही में मिली खुफिया जानकारी से पता चलता है कि बट की गतिविधियां उसके गृह क्षेत्र कुलगाम और उसके आस पास बढ़ गई है. जानकारी के मुताबिक 31 मार्च को उसने कुलगाम के नौबल गांव में स्थित एक सेब के बगीचे में अपने कई साथियों के साथ एक बैठक की. इस बैठक में मौजूद सभी लोगों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. लेकिन माना जा रहा है कि जुनैद के साथ उसके कुछ करीबी सहयोगी भी इस बैठक में मौजूद थे. इस बैठक के बाद, इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है.
चुनाव से पहले आतंकियों की घुसपैठ की आशंका
इसके अलावा, खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली है लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जम्मू कश्मीर में सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ की साजिश भी है. इन जानकारियों से पता चलता है कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में चुनाव के दौरान कई नेताओं को निशाना बना सकते हैं, जिसमें चुनावी रैलियों को बाधित करने की विशेष योजना है. आतंकी खासतौर पर भारतीय जनता पार्टी की रैलियां को अपना निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं.
अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसी
सुरक्षा अधिकारियों ने किसी भी आतंकवादी योजना को विफल करने और क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी सतर्कता बढ़ा दी है. सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों ने कुलगाम बैठक कर सभी आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ने या फिर मार गिराने की कोशिशें तेज करने के निर्देश गए हैं. साथ ही हालात पर सक्रिय रूप से नजर रखी जा रही है. घाटी के आस-पास के क्षेत्रों पर विशेष रूप से निगरानी को बढ़ाया गया है.
संदिग्ध गतिविधियों पर बारीक नजर
इन खतरों के जवाब में, सुरक्षा एजेंसियों ने लोकसभा चुनावों के दौरान किसी भी संभावित हमले को रोकने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. वे जुनैद अहमद बट और अन्य संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, ताकि किसी भी तरह की आतंकी हमले को रोका जा सके. जिसमें राजनीतिक नेताओं और चुनावी रैलियों की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जा रहा है.