menu-icon
India Daily

पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर एलजी का बड़ा फैसला, 28 अप्रैल को बुलाया विधानसभा सत्र

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने आदेश में कहा, “मैं, मनोज सिन्हा, जम्मू और कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र के उपराज्यपाल, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 18(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए, जम्मू और कश्मीर विधानसभा को सोमवार, 28 अप्रैल 2025 को जम्मू में सुबह 10:30 बजे बैठक के लिए बुलाता हूं.

auth-image
Edited By: Mayank Tiwari
पहलगाम हमले के बाद त्वरित कार्रवाई
Courtesy: Social Media

Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम जिले में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने 28 अप्रैल 2025 को विधानसभा सत्र बुलाने का ऐलान किया है. जहां इस विधानसभा सत्र में हमले के बाद की स्थिति और भविष्य की रणनीति पर महत्वपूर्ण चर्चा होने की उम्मीद है. ऐसे में राजभवन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह सत्र जम्मू में सुबह 10:30 बजे शुरू होगा.

उपराज्यपाल का आधिकारिक आदेश

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने आदेश में कहा, “मैं, मनोज सिन्हा, जम्मू और कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र के उपराज्यपाल, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 18(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए, जम्मू और कश्मीर विधानसभा को सोमवार, 28 अप्रैल 2025 को जम्मू में सुबह 10:30 बजे बैठक के लिए बुलाता हूं.” यह कदम हमले के एक दिन बाद केंद्र और राज्य सरकार द्वारा आयोजित दो उच्च-स्तरीय बैठकों के बाद उठाया गया है.

केंद्र और राज्य स्तर पर होगी चर्चा

केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद में सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें विपक्षी दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया. वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के शेरी-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में सर्वदलीय बैठक आयोजित की, जिसमें घाटी में शांति और न्याय सुनिश्चित करने के लिए आगे की राह पर विचार-विमर्श किया गया.

जानिए पहलगाम हमले की कैसी थी भयावहता?

बीते 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के नजदीक एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, उस पर आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 26 लोगों की जान चली गई. बता दें कि, यह 2019 के बाद घाटी का सबसे घातक हमला है.

इस बीच, प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी घास के मैदान में आए और खाने-पीने की जगहों, पॉनी राइड और पिकनिक का आनंद ले रहे पर्यटकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, जो पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक छद्म समूह है.