Jammu & Kashmir Exit Poll: जम्मू-कश्मीर के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े आने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. हालांकि नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे. जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुए चुनावों में कुल मतदान प्रतिशत 63.45% रहा, जो 2014 के 65.8% से थोड़ा कम है.
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए दैनिक भास्कर के सर्वे के मुताबिक जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को 35-40 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 20-25 सीटें मिल सकती हैं. साथ ही पीडीपी के हाथ 4-7 सीटें लग सकती हैं. इसके अलावा 12 से 16 सीटें अन्य के खाते में जा सकती हैं. इस एग्जिट पोल में साफ है कि एनसी और कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है. लेकिन इस पोल को देखकर ये भी समझ आता है कि जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन में पीडीपी और अन्य दलों की भूमिका भी अहम हो सकती है.
दूसरे एग्जिट पोल में पीडीपी को 6-12 और अन्य को भी 6-11 सीटें मिल रही हैं. ऐसे में एक बार फिर से महबूबा मुफ्ती घाटी में किंगमेकर की भूमिका में होंगी. 2014 के विधानसभा चुनाव में भी महबूबा किंगमेकर बनकर उभरी थीं. 2014 के विधासनभा चुनाव में पीडीपी ने 28 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने 25, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं. उन्होंने उस समय बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया था. हालांकि इस बार वो किसके जाने का फैसला करती हैं ये नतीजे आने के बाद ही साफ हो पाएगा.
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. कांग्रेस और एनसी से मिलकर चुनाव लड़ा है. जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर अकेले ताल ठोक रहे हैं. इस बार के चुनाव में इंजीनियर राशिद के चर्चे हैं. राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी का रोल भी अहम रहने वाला है. इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) 34-35 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, सज्जाद लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के उम्मीदवार 10 सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
एनडीटीवी पोल ऑफ पोल्स के अनुसार, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को कम से कम 43 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि भाजपा को 27 सीटें और पीडीपी को 8 सीटें मिलने की संभावना है. अनुमान के अनुसार छोटी पार्टियों को 18 सीटें मिल सकती हैं. पीपुल्स पल्स के अनुसार, नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए 46-50 सीटें हासिल कर सकता है. इसके बाद भाजपा को 23-27 सीटें मिलने की उम्मीद है. पीडीपी को 7-11 सीटें मिलने की उम्मीद है.