Election Results 2024: जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर काउंटिंग शुरू, कुछ देर में आएंगे शुरुआती रुझान
Jammu Kashmir Election Results 2024: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आने वाले हैं. सुबह 8 बजे काउंटिंग शुरू होगी. जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर तीन फेज में वोटिंग हुई थी. यहां पहले चरण के तहत 18 सितंबर, दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण के तहत 1 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी.
Jammu Kashmir Election Results 2024: जम्मू कश्मीर में 10 साल के बाद विधानसभा के चुनाव हुए. आज फैसले का दिन है. सुबह 8 बजे से वोटों की काउटिंग शुरू होगी. इसके बाद शुरुआती रुझान आने लगेंगे. एग्जिट पोल ने संकेत दिया कि एनसी-कांग्रेस-सीपीएम गठबंधन को भाजपा पर स्पष्ट बढ़त हासिल है, जबकि पीडीपी, जिसने 2014 में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ भागीदारी की थी, को महत्वपूर्ण गिरावट का सामना करना पड़ सकता है.
हालांकि, दो पोल ने संकेत दिया कि एनसी गठबंधन बहुमत के आंकड़े से दूर रहेगा. बड़ी संख्या में निर्दलीय और अन्य उम्मीदवारों के जीतने की भी उम्मीद है. ये देखते हुए कि पीडीपी के भाजपा के साथ गठबंधन करने की संभावना नहीं है, एनसी संभवतः भाजपा की तुलना में सरकार बनाने की अधिक मजबूत स्थिति में होगी.
2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुए. 18 सितंबर को हुए पहले चरण में 24 सीटों के लिए मतदान हुआ, उसके बाद 25 सितंबर को दूसरे चरण में 26 सीटों के लिए मतदान हुआ. तीसरे और अंतिम चरण में शेष 40 सीटों के लिए मतदान 1 अक्टूबर को हुआ. क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण रहा और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली, जबकि पिछले चुनावों में हिंसा देखी गई थी. केंद्र शासित प्रदेश में 63.45 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2014 के विधानसभा चुनावों में दर्ज 65.52 प्रतिशत से थोड़ा कम है.
जम्मू में बीजेपी को मिलेगी बढ़त?
बीजेपी ने जम्मू प्रांत की सभी 47 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे पहाड़ी जातीय समूह और पदारी जनजाति के वोटों पर भरोसा है, जिन्हें इस वर्ष की शुरुआत में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिया गया था. केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) में एसटी के लिए आरक्षित नौ सीटों में से छह जम्मू प्रांत में आती हैं, जिनमें से पांच राजौरी-पुंछ जिलों में आती हैं जबकि एक रियासी में है. यहां पहाड़ी मतदाता बहुसंख्यक हैं. यह पहली बार है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटें एसटी के लिए आरक्षित की गई हैं. जम्मू, सांबा, कठुआ और उधमपुर जैसे हिंदू बहुल जिलों में 24 विधानसभा सीटें हैं, जो सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं.
कांग्रेस-एनसी गठबंधन
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू में 30 और 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और चार सीटों पर ‘दोस्ताना मुकाबला’ रहा. पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (डीपीएपी) ने आधा दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे उम्मीद है कि डोडा ईस्ट से उसके उम्मीदवार अच्छा करेंगे.