'मैं उमर अब्दुल्ला..', जम्मू-कश्मीर में किस दिन होगा शपथ ग्रहण?
Jammu Kashmir Assembly Election Result: जम्मू-कश्मीर में NC-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ है. इसके बाद नेशनल कांफ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बेटे उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर दिया है. आइय घाटी के चुनावी आंकड़ों के साथ जानें किस दिन शपथ ग्रहण हो सकता है?
Jammu Kashmir Assembly Election Result: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद नेशनल कांफ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने अपनी जीत का जश्न अपने घर पर मनाया. आर्टिकल 370 के हटने के बाद पहली बार हुए इस चुनाव में INDIA गठबंधन ने 49 सीटें जीतकर एक बड़ी कामयाबी हासिल की. गठबंधन में NC को सबसे ज्यादा 42 सीटें मिलीं, कांग्रेस को 6 सीटें और CPI(M) को 1 सीट मिली. सरकार बनाने के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है, जिसे गठबंधन ने पार कर लिया है. NC ने उमर अब्दुल्ला को CM बनाने का ऐलान कर दिया है.
इस चुनाव में भाजपा ने 29 सीटें जीतीं, जो पिछले चुनाव से 4 सीट ज्यादा हैं. हालांकि, भाजपा के जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष रविंदर रैना अपनी नौशेरा सीट से NC के उम्मीदवार से 8 हजार वोटों से हार गए. उन्होंने इस हार के बाद पार्टी हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
उमर अब्दुल्ला होंगे अगले मुख्यमंत्री
फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा की कि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे. शपथ ग्रहण 11 या 12 अक्टूबर को हो सकता है. उमर अब्दुल्ला ने बडगाम और गांदरबल दो सीटों से चुनाव लड़ा और दोनों ही सीटों पर PDP उम्मीदवारों को हराया. अब देखना होगा की उनके मंत्रिमंडल में किसको स्थान मिलता है.
PDP को बड़ा झटका
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP ने केवल 3 सीटें जीतीं, जो पिछली बार की तुलना में काफी कम हैं. पिछले चुनाव में PDP को 28 सीटें मिली थीं. महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती पहली बार चुनाव लड़ रही थी, लेकिन उन्हें श्रीगुफवारा बिजबेहरा सीट से 9 हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा.
आम आदमी पार्टी की पहली जीत
आम आदमी पार्टी (AAP) ने जम्मू-कश्मीर में अपनी पहली जीत दर्ज की. डोडा सीट से मेहराज मलिक ने भाजपा के गजय सिंह राणा को 4500 से अधिक वोटों से हराया. इसके अलावा, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को भी एक सीट मिली, जबकि 7 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की. संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु के भाई एजाज गुरु को सोपोर सीट पर केवल 129 वोट मिले.
वोटिंग प्रतिशत में गिरावट
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर तक तीन चरणों में चुनाव हुए, जिसमें 63.88% मतदान दर्ज किया गया. 2014 के पिछले चुनाव में 65% वोटिंग हुई थी. इस बार यह 1.12% कम रही. 5 अक्टूबर को आए एग्जिट पोल में 5 सर्वे ने NC-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान लगाया था, जबकि अन्य सर्वे ने हंग असेंबली की भविष्यवाणी की थी.