कठुआ का बदला हुआ पूरा, रियासी और डोडा का बाकी, कश्मीर में जारी है आतंक का खात्मा
Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बाद से ही एनकाउंटर जारी है. अब तक सुरक्षाबलों ने कुल दो आतंकियों को मार गिराया है. जंगल वाले इलाकों में तलाश जारी है और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. आशंका जताई जा रही है कि रियासी और डोडा आतंकी हमलों में शामिल आतंकी अभी भी आसपास छिपे हो सकते हैं. दूसरी तरफ, विपक्ष इन हमलों को लेकर सत्ताधारी बीजेपी को आड़े हाथ ले रहा है.
जम्मू-कश्मीर के लोगों ने इस बार चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक वोटिंग हुई. इसी के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गईं. हालांकि, आतंकियों को यह बात शायद रास नहीं आई है. बीते दो-तीन दिनों में ही रियासी, डोडा और कठुआ में हुए आतंकी हमलों ने वह भरोसा तोड़ने की कोशिश की है जो सुरक्षाबलों ने बनाया था. कठुआ में हुए आतंकी हमले में शामिल दोनों आतंकियों को एनकाउंटर में ढेर करके सुरक्षाबलों ने वहां का हिसाब तो बराबर कर दिया है. वहीं, रियासी और डोडा के आतंकी हमलों में शामिल आतंकियों और उनके मददगारों की तलाश जारी है. कश्मीर घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सेना के साथ-साथ अन्य सुरक्षाबल हाई अलर्ट मोड पर हैं.
रियासी में श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले में कुल 10 नागरिक मारे गए थे और बस खाई में गिर जाने से 33 लोग घायल भी हो गए थे. कठुआ में हुए आतंकी हमले में एक नागरिक घायल हुआ था. वहीं, डोडा में हुए हमले में एक जवान घायल हो गया था. चश्मदीदों के बयान के आधार पर रियासी हमले में शामिल एक आतंकी का स्केच बनाकर जारी किया गया है और अन्य की तलाश भी की जा रही है. सेना के जवान ड्रोन की मदद से जंगल में तलाशी अभियान चला रहे हैं.
कठुआ का बदला हुआ पूरा
कठुआ के हीरानगर इलाके के सैडा सोहल गांव में मंगलवार की रात कुछ आतंकी घुस आए थे. इन लोगों ने पानी मांगने के बाद एक शख्स को गोली मार दी थी. सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम ने घेराबंदी शुरू की और एनकाउंटर शुरू कर दिया. अब तक इस हमले में शामिल रहे दोनों आतंकियों को मार गिराया है. अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है कि कहीं कोई अन्य आतंकी तो इस इलाके में नहीं छिपा हुआ है.
मंगलवार की रात में कुछ आतंकियों ने डीआईजी और एसएसपी की गाड़ी पर भी हमला कर दिया था. हालांकि, इन दोनों ही अधिकारियों ने किसी तरह अपनी जान बचा ली. अभी तक मारे गए आतंकियों के पास से लाखों रुपये कैश, दवाएं, खाने-पीने की चीजें, एंटीना वाले फोन और ग्रेनेड बरामद हुए हैं. इससे साफ पता चलता है कि ये आतंकी बड़े हमले की तैयारी में थे.
बता दें कि अचानक कश्मीर में शुरू हुए इन आतंकी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्ध सैनिक बल और सेना अलर्ट मोड पर हैं. इंटेलिजेंस एजेंसियां भी जांच कर रही हैं और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी हाई लेवल मीटिंग की है.
इसी मामले पर सवाल उठाते हुए AAP नेता ओर दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'जब डीमोनेटाइजेशन हुआ तब कहा गया कि इससे आतंकवाद खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने के बावजूद केंद्र सरकार वहां आतंकी गतिविधियों को खत्म नहीं कर पाई है. यहां तक की चीन की गतिविधियां बढ़ गई हैं. मैं समझता हूं कि केंद्र को फिर से सोचना चाहिए और उसे अपनी विदेश नीति पर अपने सहयोगियों से चर्चा करनी चाहिए.'