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पहलगाम हमले के बाद एक्शन में भारत, 48 घंटे में छठें आतंकी का घर ढहाया, सामने आया Video

सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान में मौजूद लश्कर आतंकवादी के घर को ध्वस्त कर दिया हैं. पहलगाम में हुए हमले के बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई तेज कर दी है.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Jammu and Kashmir Security forces demolished house of Lashkar-e-Taiba terrorist Farooq Ahmed Tewa wa
Courtesy: Social Media

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. पहलगाम के बाइसरन घाटी में हुए इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. इसके बाद, पिछले 48 घंटों में आतंकियों के घरों को ध्वस्त करने की कई कार्रवाइयाँ हुई हैं. ताजा कार्रवाई में पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी फारूक अहमद के कुपवाड़ा स्थित घर को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया. फारूक इस समय पाकिस्तान में छुपा हुआ है और वहीं से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. यह पहलगाम हमले के बाद की छठी बड़ी कार्रवाई थी. 

पिछले 48 घंटों में सुरक्षा बलों ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त करके आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद यह कार्रवाई की गई है जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे और कई अन्य घायल हो गए थे.

अन्य आतंकियों की संपत्तियों पर भी चला बुलडोजर

फारूक के साथ-साथ कई अन्य आतंकवादियों के घरों को भी गिराया गया है. इनमें अनंतनाग के ठोकरपोरा से आदिल अहमद ठोकर, पुलवामा के मुर्रान से अहसान उल हक शेख, त्राल से आसिफ अहमद शेख, शोपियां के चोटिपोरा से शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के माटलहामा से जाहिद अहमद गनी के घर शामिल हैं.

आदिल ठोकर ने पाकिस्तान में ली थी आतंकी ट्रेनिंग

जांच में पता चला है कि आदिल ठोकर ने 2018 में अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान जाकर लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में प्रशिक्षण लिया था. पिछले साल वह फिर से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करके आया और आतंकियों की मदद करने लगा. माना जा रहा है कि उसने पाकिस्तानी आतंकियों को पहलगाम में हमला करने में सहायता दी थी.

आतंकियों की तलाश तेज, इनाम की घोषणा

अनंतनाग पुलिस ने आदिल ठोकर, अली भाई और हाशिम मूसा की गिरफ्तारी में मदद करने वालों को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. इसके साथ ही आतंकियों के स्केच भी जारी किए गए हैं ताकि जनता उनकी पहचान कर सके.

घने जंगलों से निकले आतंकी, पर्यटकों पर की ताबड़तोड़ फायरिंग

सूत्रों के मुताबिक, 22 अप्रैल को बाइसरण घाटी के घने जंगलों से 4 से 5 आतंकी निकले और पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं. इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया और अब सुरक्षा एजेंसियां हर उस आतंकी ठिकाने को निशाना बना रही हैं, जो आतंक फैलाने में किसी भी रूप में शामिल रहा है.