Jammu and Kashmi: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में चेनाब नदी के पास धरमकुंड गांव में रात भर हुई भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता है. भूस्खलन, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ आई इस प्राकृतिक आपदा ने संपत्ति और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया. दर्जनों परिवारों को विस्थापित होना पड़ा और कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, लगातार बारिश के कारण पास के नाले में पानी का स्तर नाटकीय रूप से बढ़ गया.
अचानक बाढ़ आ गई और चेनाब पुल के पास धरमकुंड गांव में बाढ़ आ गई. दस घर पूरी तरह से नष्ट हो गए, जबकि 25 से 30 अन्य को आंशिक नुकसान. चलिए जान लेते हैं ऐसे हालात बनें तो क्या करना चाहिए.
बाढ़ आने पर क्या करें?
- मौसम संबंधी अपडेट और आधिकारिक सलाह के लिए रेडियो, टेलीविजन या ऑनलाइन चैनल सुनें.
- यदि अधिकारी आपको खाली करने का आदेश देते हैं, तो अपना आपातकालीन किट और पहचान पत्र लेकर तुरंत वहां से निकल जाएं.
- बाढ़ के पानी में न चलें, न तैरें, न ही वाहन चलाएं क्योंकि ये पानी दूषित और खतरनाक हो सकता है.
- निकासी संभव न हो तो अपने घर के भीतर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं या निकटतम ऊंची जगह ढूंढें.
- समय हो तो बाहर रखे फर्नीचर को घर के अंदर ले आएं और आवश्यक वस्तुओं को ऊपरी मंजिल पर ले जाएं.
- मुख्य स्विच या वाल्व बंद कर दें और विद्युत उपकरणों को डिस्कनेक्ट कर दें.
- दूसरों की मदद करें.
भूस्खलन के दौरान क्या करें?
- स्थानीय प्राधिकारियों की बात सुनें.
- यदि संभव हो तो स्थान खाली कर दें.
- किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाएं. अपने सिर की रक्षा के लिए गेंद की तरह सिकुड़ जाएं.
- ऊंची जगह पर चले जाएं.
- खतरे वाले क्षेत्रों से बचें.