Pahalgam Terror Attack: आतंकवादियों ने मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम आतंकी हमला हुआ. इस भयावह आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस हमले में कम से कम 26 लोगों की जान चली गई. इनमें दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग शामिल हैं. हालांकि मृतकों की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है. यह हमला बाईसरन मैदान में हुआ था. 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है.
दुनिया ने की हमले की निंदा
इस आतंकी हमले को लेकर दुनियाभर के देशों ने कड़ी निंदा की है और भारत के साथ अपने समर्थन का इजहार किया है. दुनिया के बड़े-बड़े देशों ने इस कायराना हरकत की निंदा करते हुए कहा कि वह भारत के साथ हैं.
पुतिन बोले आतंकियों को मिलनी चाहिए सजा, हम भारत के साथ
रूस के राष्ट्रपति, व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले की कड़ी निंदा की और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से संपर्क कर इस घटना पर संवेदना व्यक्त की. पुतिन ने कहा, "यह क्रूर अपराध किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता. हम उम्मीद करते हैं कि इसके अपराधियों और योजनाकारों को उचित सजा दी जाएगी."
रूस ने भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने के अपने संकल्प को भी दोहराया. पुतिन ने भारतीय नेताओं को हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस, जो इस समय भारत में हैं, ने हमले की निंदा करते हुए अपने शोक संदेश में कहा, "उषा और मैं पहलगाम में हुए इस भयानक आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं." वांस ने यह भी कहा कि भारत की संस्कृति और लोग बेहद खूबसूरत हैं और वे इस दुख की घड़ी में भारतीयों के साथ हैं.
ट्रंप बोले हम भारत के साथ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट किया, "कश्मीर से आई यह चौंकाने वाली खबर दिल को दहला देने वाली है. संयुक्त राज्य अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है. हम उन लोगों की आत्मा के लिए प्रार्थना करते हैं जो खो गए, और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं."
यूक्रेन और इजरायल का समर्थन
यूक्रेन ने भी इस हमले की निंदा की और शोक व्यक्त किया. भारतीय दूतावास में यूक्रेनी दूतावास ने ट्वीट किया, "यूक्रेन आतंकवाद के खिलाफ पूरी तरह से खड़ा है और हम पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के परिवारों के साथ पूरी सहानुभूति व्यक्त करते हैं."
इजरायल ने भी इस हमले को 'कुत्सित आतंकी हमला' बताते हुए कहा कि इज़राइल भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में एकजुट है. इजरायल के विदेश मंत्री गीडोन सार ने भी इस हमले की निंदा की और कहा, "हम इस कृत्य को नापसंद करते हैं और भारतीय जनता के साथ हैं."
फ्रांस बोला हम भारत के साथ
भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ ने यूरोपीय राष्ट्र की भारत के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए एक्स का सहारा लिया. उन्होंने एक्स पर लिखा- "जम्मू-कश्मीर में हुए नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूँ. मेरी संवेदनाएँ पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है."
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता
इस हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आतंकवाद कोई राष्ट्रीय या क्षेत्रीय समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया की चिंता है. दुनिया भर के देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन किया है और यह दिखाया है कि ऐसे हमलों का कोई समर्थन नहीं हो सकता.
पहलगाम हमले ने यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद को हर तरह से खत्म करने के लिए वैश्विक समुदाय को और अधिक सहयोग की जरूरत है. भारत के खिलाफ इस तरह के हमलों से न केवल भारतीयों का जीवन संकट में पड़ता है, बल्कि यह समूचे मानवता के लिए भी खतरा पैदा करता है.