जम्मू-कश्मीर में रमजान के महीने में गुलमर्ग फैशन शो पर सड़क से लेकर विधानसभा में बवाल, भड़के CM उमर तो BJP ने क्या दिया रिएक्शन
जम्मू और कश्मीर की सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और दो निर्दलीय विधायक इस मुद्दे पर सदन में खड़े हुए और घटना की जांच की मांग की. उनका कहना था कि रमज़ान के दौरान इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करना अनुचित था.
जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में हुए फैशन शो को लेकर सोमवार (10 मार्च) को विधानसभा में भी जमकर हंगामा मच गया, जो गुलमर्ग के स्की रिज़ॉर्ट में आयोजित किया गया था, जबकि रमजान का पवित्र महीना चल रहा था. इसको लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित कई राजनेताओं ने इस "अश्लील" आयोजन की निंदा की और कहा कि इस कार्यक्रम ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर की सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और दो निर्दलीय विधायक इस मुद्दे पर सदन में खड़े हुए और घटना की जांच की मांग की. उनका कहना था कि रमज़ान के दौरान इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करना अनुचित था, खासकर जब लोग दिन भर का रोजा रख रहे थे. वहीं, विपक्षी बीजेपी ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हर प्रकार के विचारों को स्वीकार करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है. उन्होंने साफ कहा कि, "गुलमर्ग में आयोजित निजी कार्यक्रम ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. ऐसे कार्यक्रम साल के किसी भी समय नहीं होने चाहिए. मेरी सरकार का इस फैशन शो से कोई संबंध नहीं है. आयोजकों ने हमसे अनुमति नहीं ली थी. यह एक निजी शो था, जो एक होटल में आयोजित किया गया था.
जानिए BJP और अन्य नेताओं ने क्या दी प्रतिक्रिया?
बीजेपी ने इस विवाद को असंगत और अनावश्यक बताते हुए कहा कि कश्मीर घाटी में समग्र सोच और विचारों को स्वीकारने की जरूरत है. विधायक रणबीर सिंह पठानिया ने कहा, "संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार के आयोजनों से बचना चाहिए, लेकिन हमें सभी विचारों का सम्मान करना चाहिए.
विधानसभा में बहस और विरोध
मुख्यमंत्री के बयान के बाद, विधानसभा में एनसी-कांग्रेस, पीडीपी और भाजपा के सदस्यों के बीच 25 मिनट तक तीखी बहस और विवाद हुआ. इस दौरान अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने बार-बार सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन हंगामा जारी रहा. उन्होंने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री ने घटना की जांच का आदेश दिया है, इसे सदन में चर्चा के लिए लाया नहीं जा सकता.
जानिए क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, यह फैशन शो 7 मार्च को डिजाइनर शिवन और नर्रेश द्वारा आयोजित किया गया था, जो अपने रिसॉर्ट और बीचवियर के लिए फेमस हैं. इस शो में ब्रांड ने अपनी स्कीवियर रेंज को पेश किया. सोशल मीडिया पर इस शो के वीडियो और फोटो वायरल हो गए, जिसके बाद इसे रमज़ान के दौरान आयोजित करने पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा.
मुख्यमंत्री ने इस शो को "स्थानीय संवेदनाओं का पूरी तरह से अनादर" बताया और कहा कि यह पवित्र महीने में आयोजित किया गया था. उधर, हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक ने इसे "अस्वीकार्य" बताते हुए कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर इस तरह की अश्लीलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.